जेएनयू के पुस्तकालय में फेशियल रिकग्निशन एक्सेस सिस्टम का विरोध, गुस्से में छात्रों ने तोड़ा
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के केंद्रीय पुस्तकालय में फेशियल रिकग्निशन एक्सेस सिस्टम (एफआरएस) के विरोध में छात्रों ने हंगामा किया और सिस्टम को क्षतिग्रस्त कर दिया। छात्र संघ इस प्रणाली को निगरानी का तानाशाही कदम बता रहा है और प्रशासन पर पंजीकरण के लिए दबाव डालने का आरोप लगा रहा है। कुछ छात्रों ने तोड़फोड़ की निंदा की है।
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जेएनयू के केंद्रीय पुस्तकालय में लगाए गए नए फेशियल रिकग्निशन एक्सेस सिस्टम के विरोध में जमकर हंगामा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के केंद्रीय पुस्तकालय में लगाए गए नए फेशियल रिकग्निशन एक्सेस सिस्टम (एफआरएस) को लेकर शुक्रवार को जोरदार हंगामा हुआ। विरोध कर रहे छात्रों ने सिस्टम को खींचकर नीचे गिरा दिया, जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गया। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो में छात्रों को डिवाइस को उसके माउंट से हटाते और उसके हिस्सों को टूटते हुए देखा जा सकता है।
यह विरोध जेएनयू छात्र संघ की ओर से बुलाया गया था, जो पिछले कई महीनों से चेहरे की पहचान आधारित प्रवेश प्रणाली का विरोध कर रहा है। यूनियन का कहना है कि यह निगरानी थोपने का एक तानाशाही कदम है।
छात्र संघ ने आरोप लगाया कि लाइब्रेरी प्रशासन छात्रों पर इस सिस्टम के लिए पंजीकरण कराने का दबाव बना रहा है, जबकि संवाद की उनकी बार-बार की अपीलों पर कोई समाधान नहीं निकला। इससे पहले अगस्त में भी इस सिस्टम को शुरू करने की कोशिश हुई थी, जिसके दौरान बवाल मचा था और कई छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी।
उधर, कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालय की संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की निंदा की और नए एक्सेस सिस्टम का समर्थन किया।

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