सिनेमा और सितारों के बीच धूम, मस्ती के रंग
अनुज अलंकार, नई दिल्ली चौतरफा हरियाली से घिरे सिरीफोर्ट में शुक्रवार को आसमा से बरखा

अनुज अलंकार, नई दिल्ली
चौतरफा हरियाली से घिरे सिरीफोर्ट में शुक्रवार को आसमा से बरखा रानी आख-मिचौली खेलती रही तो जागरण फेस्टिवल में हिस्सा लेने आए बालीवुड के वरिष्ठ फिल्मकार राहुल रवैल ने आसमान को देखते हुए कहा कि भगवान इस आयोजन को अपना आशीर्वाद दे रहे हैं। नौवें जागरण फिल्म फेस्टिवल के पहले दिन सिरीफोर्ट का माहौल पूरी तरह से सिनेमा और सितारों के रंग में रंग गया। साथ ही अपनी पसंद की फिल्मों और सितारों को देखने के लिए युवाओं से लेकर हर तरह के दर्शक वर्ग में गर्मजोशी का माहौल बना रहा।
साठ साल से ज्यादा उम्र वाले सत्यप्रकाश ओखला से आए थे और इसलिए खुश थे कि उनकी मुलाकात कल्लू मामा यानी अभिनेता सौरभ शुक्ला से हो गई। वह बताते हैं कि जब सौरभ शुक्ला की सत्या आई थी, तो वे इसलिए परेशान रहा करते थे कि उनके बाल तेजी से उड़ रहे थे और सत्यप्रकाश खुद भी सौरभ की तरह सेहतमंद थे। वह कहते हैं कि कल्लू मामा को परदे पर देखा तो लगा कि मैं खुद को देख रहा हूं। लगातार तीन साल से फेस्टिवल के लिए आ रहे सत्यप्रकाश को इंतजार था कि एक दिन सौरभ उनको मिलेंगे और आज उनकी हसरत पूरी हो गई।
श्रीराम कालेज से आए चार-पाच लड़के और लड़कियों का ग्रुप इस उधेड़बुन में था कि आज संजू देखी जाए या शाम को फेस्टिवल में दिखाई जाने वाली मैक्सिको की फिल्म देखी जाए, जो हिरानी की फिल्म थ्री ईडियट्स पर बनी है। लड़के संजू के लिए चाहते थे, लेकिन लड़किया मैक्सिको की फिल्म देखना चाहती थीं। लड़कियों की जीत हुई और मैक्सिको की फिल्म के लिए टिकटें बुक कराकर वे सभी चाय पीने निकल गए।
19 साल की दीपिका रावत मा दीपाली के साथ आई थीं। वे दोनों देहरादून की रहने वाली हैं। दिल्ली में आइटी सेक्टर में काम करने वाली दीपिका की फिल्मों में दिलचस्पी ज्यादा नहीं है, लेकिन उनकी मा धमर्ेंद्र की फिल्मों की बड़ी फैन हैं। मा-बेटी ने फेस्टिवल में दिखाई जाने वाली फिल्मों का पूरा शेड्यूल चेक किया। धर्मेद्र की किसी फिल्म के न होने से दीपाली नाराज थीं। दीपिका ने मा को यह कहकर दिलासा दिलाया कि देहरादून में भी फेस्टिवल होने वाला है। दीपाली को उम्मीद है कि देहरादून में फेस्टिवल के दौरान धमर्ेंद्र की फिल्म देखने का मौका जरूर मिलेगा।

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