अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025: 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' थीम पर संत नगर में दिखा अनोखा उत्साह
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' थीम के साथ संत नगर, ईस्ट ऑफ कैलाश में उत्साहपूर्वक मनाया गया। लगभग 70 योग प्रेमियों ने गायत्री मंत्र और 'ॐ' उच्चारण के साथ योगाभ्यास किया। इस अवसर पर योग को केवल व्यायाम नहीं, बल्कि शरीर को निरोग और मन को शांत रखने वाली संजीवनी बताया गया। डिप्रेशन, एंग्जायटी और अनिद्रा जैसी समस्याओं में भी योग सहायक है। कार्यक्रम में प्रतिदिन योग अपनाने का संदेश दिया गया, क्योंकि स्वस्थ तन और शांत मन ही समृद्ध समाज व राष्ट्र का आधार है।
जागरण फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, न केवल एक दिन का उत्सव रहा, बल्कि यह उस शाश्वत परंपरा का शुभ दिन था जिसने सम्पूर्ण विश्व को आरोग्य और शांति का मार्ग दिखाया।
इस वर्ष 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' की थीम के साथ, योग ने एक बार फिर शरीर, मन और आत्मा की समरसता के विज्ञान के रूप में अपनी महत्ता साबित की।
21 जून की सुबह, संत नगर, ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित योगा/मेडिटेशन शेड, भगत सिंह पार्क में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। सुबह 7 बजे गायत्री मंत्र के जाप के साथ शुरू हुए योगाभ्यास में 'ॐ' के उच्चारण ने सभी साधकों में एक नया जोश भर दिया।
लगभग 70 योगा प्रेमियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिनमें कॉलोनी के बड़े-बुजुर्गों के साथ-साथ माताएं, बहनें और युवा पीढ़ी भी शामिल थी। इस अवसर पर यह बात दोहराई गई कि योग मात्र कसरत नहीं है, बल्कि यह एक संजीवनी की तरह कार्य करता है।
नियमित योग अभ्यास से न केवल शरीर लचीला, निरोग और मजबूत बनता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी आश्चर्यजनक सुधार आता है। डिप्रेशन, एंग्जायटी और अनिद्रा जैसी समस्याओं में योग आज एक सहायक चिकित्सा पद्धति बन गया है।
कार्यक्रम के दौरान यह संदेश दिया गया कि हमें सिर्फ योग दिवस पर नहीं, बल्कि प्रतिदिन योग को अपने जीवन में उतारना चाहिए। क्योंकि जब तन स्वस्थ होगा, मन शांत होगा, तभी समाज और राष्ट्र भी समृद्ध होंगे।
संत नगर के योगा/मेडिटेशन प्रांगण में प्रतिदिन 15-20 लोग कई वर्षों से निःशुल्क योग कक्षाएं ले रहे हैं। इन कक्षाओं का संचालन अनुभवी योगा गुरु श्रीमती जोनाली तालुकदार द्वारा सुबह के समय किया जाता है।
योगा क्लास के संरक्षक श्रीमान जी. आर. सहगल हैं, जबकि केंद्र प्रमुख श्री विजय मरवाह, एस. सी. गुप्ता, हुक्म सिंह, राजेश पुरी, रमेश बाली जी और योग शिक्षिकाएं श्रीमती नीलम मैनी, पुनिता पुरी, अनीता सोढ़ी और विजय लतावा इस नेक कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
सभी योगा साथियों और अतिथिजनों ने इस सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएँ दीं और "योग करें, निरोग रहें" के संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
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