इग्नू ने मनाया 32वां स्थापना दिवस
इंदिरा गाधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने रविवार को अपना 32वा स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर विश्वविद्यालय में ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग अवसर पर चर्चा का आयोजन भी किया गया।
जासं, नई दिल्ली : इंदिरा गाधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने रविवार को अपना 32वा स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर विश्वविद्यालय में ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग अवसर पर चर्चा का आयोजन भी किया गया। इग्नू के अब तक के सफर को बताने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वाइस चासलर प्रो. एसबी अरोड़ा, पूर्व वाइस चासलर प्रो. रविंद्र कुमार और भारतीय शिक्षण मंडल के ऑल इंडिया आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी मुकुल कानितकर मौजूद रहे।
इस मौके पर कार्यक्रम के अतिथि मुकुल कानितकर ने कहा कि अगर हम ज्ञान के संदर्भ में बात करें तो पूर्व में हमारा समाज ज्यादा ज्ञानी था। भारत हमेशा से ही मुक्त रूप से सीखने को प्रोत्साहित करने के पक्ष में रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को भी पढ़ने और सीखने की प्रक्रिया जारी रखनी चाहिए।
इग्नू के पूर्व कुलपति प्रो. रवींद्र कुमार ने कहा कि इग्नू ने बीते तीन दशकों तक खुद को एक बेहतर शिक्षण संस्थान के रूप में स्थापित किया है। अब समय आ गया है कि हम अपने पाठ्यक्रमों में बदलाव करें। उन्होंने डिजिटल शिक्षा के जोर पर भी बल दिया। उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म की वकालत के साथ नौ बिंदुओं का अपना प्रस्ताव भी रखा, जिसे ध्यान में रखकर मौजूदा पाठ्यक्रमों में बदलाव किया जाना चाहिए। जिससे 21वीं सदी में यहां से पढ़कर निकलने वाले छात्र नौकरी के लिए तैयार हो।
अंत में इग्नू के कुलपति प्रो. एसबी अरोड़ा ने कहा कि इग्नू 13 क्षेत्रीय कार्यालय से अब 56 केंद्र खोल चुका है। उन्होंने बताया कि मुझे खुशी है कि आज इग्नू से पढ़ाई करने वालों में 44 फीसद संख्या छात्राओं की है व इग्नू के कुल 2900 स्टडी सेंटर है। हम शिक्षा को आम लोगों के बीच तक ले जाना चाहते है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।