Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यमुना किनारे पहली बार मनी भव्य देव दीपावली: हजारों दीपों की जगमगाया वसुदेव घाट, मंत्री कपिल मिश्रा ने की आरती

    Updated: Wed, 05 Nov 2025 09:31 PM (IST)

    यमुना नदी के किनारे पहली बार भव्य देव दीपावली का आयोजन किया गया, जिसमें वसुदेव घाट हजारों दीपों से जगमगा उठा। मंत्री कपिल मिश्रा ने आरती की और श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। यह आयोजन यमुना नदी के महत्व को दर्शाता है और नदी को स्वच्छ रखने का संदेश देता है।

    Hero Image

    वसुदेव घाट पर आयोजित देव दीपावली उत्सव में यमुना आरती करते पुरोहित। चंद्र प्रकाश मिश्र

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और गुरु पूर्व के पावन अवसरों पर कश्मीरी गेट स्थित वसुदेव घाट पर यमुना नदी किनारे पहली बार भव्य देव दीपावली आयोजन किया गया। एक दिया देवों के नाम थीम पर आधारित उत्सव में एक साथ हजारों दीये जलाए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया। इसमें दिल्ली के कला, संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा शामिल रहे। उन्होंने वसुदेव घाट आकर यमुना मां की आरती की और दीप प्रज्जवलित किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यमुना को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना

    इस अवसर पर मंत्री मिश्रा ने यमुना की बदहाली पर विपक्ष को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि यमुना हमारी आस्था भी है और हमारी जिम्मेदारी भी। आज जो लोग यमुना को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। वह स्वयं इस नदी की उपेक्षा के जिम्मेदार हैं। उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि जब वह सत्ता में थे। तब उनके पास यमुना के तट पर आने की फुरसत नहीं थी, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इन 11 वर्षों में 11 बार भी यमुना के तट पर कदम रखते तो यमुना की स्थिति इतनी दयनीय नही होती।

    उत्तराखंड की संस्कृति को मिलेगा बल

    देव दीपावली के साथ ही मंत्री कपिल मिश्रा ने करावल नगर में आयोजित उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति से जुड़े ईगास पर्व के भव्य आयोजन में भी हिस्सा लिया। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में उन्हें मिली गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी एकेडमी की जिम्मेदारी के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति को दिल्ली में एक नई और मजबूत पहचान दी जाएगी। वहीं, 'हर हर यमुने' के जयकारों के साथ देव दीपावली उत्सव सम्पन्न हुआ।

    यह भी पढ़ें- DDA: सफदरजंग-राजेंद्र नगर के 50 साल पुराने क्वार्टरों का होगा पुनर्विकास, नरेला में बनेगा मल्टी स्पोर्ट्स स्टेडियम