गंगा एक्सप्रेसवे बनकर तैयार, उदघाटन से पहले ट्रायल का इंतजार; 594 किमी की दूरी 6 घंटे में होगी पूरी
मेरठ से प्रयागराज तक बने गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग पूरा हो गया है, केवल उन्नाव-हल्द्वानी सेक्शन में थोड़ा काम बाकी है। 594 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे पर 1498 में से 1497 स्ट्रक्चर पूरे हो चुके हैं। यूपीडा के अनुसार, दिसंबर में ट्रायल पूरा होने के बाद जनवरी तक प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन कर सकते हैं। इस एक्सप्रेसवे से कई जिलों के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।

मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे का काम लगभग पूरा।
ठाकुर डीपी आर्य, हापुड़। मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे का काम लगभग पूरा हो चुका है। एक्सप्रेसवे के तीसरे खंड में उन्नाव-हल्द्वानी सेक्शन में मात्र छह प्रतिशत कार्य शेष रह गया है। बाकी मेरठ-बदायू सहित पूरे एक्सप्रेसवे फर्राटे भरने के लिए तैयार है। मेरठ से प्रयागराज तक के 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे पर कुल 1498 बड़े स्ट्रक्चर हैं। इनमें से 1497 स्ट्रक्चर का कार्य पूरा हो गया है।
मेरठ से बदायू तक के प्रथम सेक्टर में 129 किमी की लंबाई में कुल बड़े 322 स्ट्रक्चर हैं। इनमें सिंभावली सहित सभी पर कार्य पूरा हो चुका है। यूपीडा के अधिकारियों के अनुसार दिसंबर के पहले सप्ताह में इसका ट्रायल पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद अंतिम परीक्षण करके 15 जनवरी तक प्रधानमंत्री इसका उदघाटन करेंगे। एक्सप्रेसवे पर पांच स्थानों पर लडाकू विमान उतारने योग्य स्ट्रक्चर तैयार किया गया है। जिसका प्रयोग आपात स्थिति में किया जा सकेगा।
प्रदेश को आने वाले साल में गंगा एक्सप्रेसवे के रूप में प्रयागराज तक का नया हाईवे मिल जाएगा। इस 594 किलोमीटर के एक्सप्रेस वे का निर्माण नवंबर में ही पूरा हो जाएगा। इसका निर्माण पूरा होने के बाद मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ व प्रयागराज के औद्योगिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी। एक्सप्रेसवे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारा बनाया जा रहा है।
इससे प्रदेश के दोनों सिरों के लोगों के आवागमन का एक और सुगम पथ संचालित हो जाएगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा एक्सप्रेसवे के कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस 36,230 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए 7453.13 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। अभी इसका विस्तार हरिद्वार किया जा रहा है।
छह लेन में बनाए गए इस एक्सप्रेस वे पर वाहनों की सामान्य रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास रहेगी। एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर के जलालाबाद में लड़ाकू विमानों के लिए 3.5 किलोमीटर हवाई पट्टी का भी निर्माण पूरा कर लिया गया है। वहीं ऐसे तीन और स्थान विकसित करने की तैयारी है।
सिंभावली पर कार्य हो गया है पूरा
गंगाएक्सप्रेसवे पर सिंभावली में रेलवे ट्रैक पर कार्य अधूरा पड़ा हुआ था। इसको लेकर पिछले दो महीनों में तीन बार अधिकारियों की बैठक भी हुई थी। अब इसको भी पूरा कर लिया गया है। शुक्रवार को यूपीडा को इसकी रिपोर्ट भेज दी गई है। इससे ट्रायल का रास्ता साफ हो गया है। अधिकारियों सूत्रों का दावा है कि प्रशासनिक स्तर पर ट्रायल से पहले एक ट्रायल एक्सपर्ट की मौजूदगी में विभागीय किया जाएगा। उसके साथ ही अंतिम ट्रायल की और उसके बाद उदघाटन की तारीखों का एलान कर दिया जाएगा।
| विवरण | स्थिति |
|---|---|
| हाईवे निर्माण की कुल स्थिति | लगभग 96% पूरा |
| मुख्य कैरिजवे का कार्य | 99% पूरा |
| मेरठ और बदायूं सेक्शन (निर्माण) | 130 किलोमीटर ट्रायल के लिए तैयार |
| प्रस्तावित ट्रायल रन | दिसंबर का पहला सप्ताह |
| एक्सप्रेसवे का उद्घाटन | जनवरी 2026 का दूसरा सप्ताह |
| मेरठ से प्रयागराज यात्रा का समय | केवल 6 घंटे |
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। अब इसके ट्रायल की तैयारी है। हमारा प्रयास है कि दिसंबर में ट्रायल कराकर जनवरी में इसका उदघाटन करा लिया जाएगा। हमारी ओर से दिसंबर में ही उदघाटन के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। - संदीप कुमार, एडीएम

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