Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    दिल्ली में सांसदों के लिए बने ब्रह्मपुत्रा अपार्टमेंट में लगी भीषण आग, दो बच्चियों समेत महिला झुलसी

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 11:52 PM (IST)

    दिल्ली के ब्रह्मपुत्रा अपार्टमेंट के स्टाफ क्वार्टर में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग लगने की वजह से दो बच्चियों समेत एक महिला झुलस गई और कई वाहन जलकर खाक हो गए। स्थानीय लोगों ने फायर फाइटिंग पाइप में पानी न होने की शिकायत की। दमकल विभाग के देरी से पहुंचने पर भी सवाल उठाए गए हैं।

    Hero Image

    ब्रह्मपुत्रा अपार्टमेंट के स्टाफ क्वार्टर में लगी आग।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सांसदों के लिए बने ब्रह्मपुत्रा अपार्टमेंट के स्टाफ क्वार्टर में शनिवार दोपहर आग लग गई। सोसायटी के लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सीपीडब्ल्यूडी के फायर फाइटिंग पाइप में पानी नहीं होने की वजह से वह आग नहीं बुझा सके। करीब 40 मिनट बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया। इस बीच टावर के पास खड़ी दो कारें, एक स्कूटी सहित घर में रखा सामान जलकर नष्ट हो गया। आग लगने की घटना में दो बच्चियां व एक महिला भी झुलस गई। आशंका है कि शार्ट सर्किट या कबाड़ तक चिंगारी पहुंचने से आग लगी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    . बिशंबर दास मार्ग पर ब्रह्मपुत्रा अपार्टमेंट का उद्घाटन वर्ष 2020 में हुआ था। इसका निर्माण आठ बंगले तोड़कर किया गया था, जो लगभग 80 साल पुराने थे। इसमें कुल 76 नए फ्लैट्स हैं, जिसमें से 28 फ्लैट राज्यसभा सदस्यों के हैं। अपार्टमेंट में पीछे की तरफ बने टावर में पहली, दूसरी व तीसरी मंजिल पर करीब 30 फ्लैट हैं, इनमें राज्यसभा सदस्यों के कर्मचारी परिवार के साथ रहते हैं। स्टाफ क्वार्टर वाले टावर में भूतल पर कर्मचारी दोपहिया वाहन पार्क करते हैं।

    करीब डेढ़ साल पहले सीपीडब्ल्यूडी ने पार्किंग एरिया पर कब्जा कर उसे अवैध तरीके से स्टोर रूम बना दिया था। उसी में रखे पुराने फर्नीचर में शनिवार दोपहर करीब 1.18 आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल को अपने कब्जे में ले लिया। कर्मचारियों ने दोपहर 1.22 बजे फायर बिग्रेड को इसकी सूचना दी। आरोप है कि सूचना मिलने के 40 मिनट के बाद फायर ब्रिगेड के 14 वाहन मौके पर पहुंचे। इन वाहनों ने करीब 40 मिनट में 2.10 बजे तक आग पर काबू पा लिया।

    इस बीच आग की चपेट में आकर दो सगी बहनें जीविका व मधु समेत एक महिला मामूली रूप से झुलस गई। एक पालतू कुत्ता भी झुलस गया। इसके अलावा टावर के पास खड़ी दो कारें, एक स्कूटी व अन्य सामान पूरी तरह जल गया। स्टाफ क्वार्टर में रहने वाले मनोज साहू ने बताया कि आग लगने पर कर्मचारियों ने परिसर में लगे फायर फाइटिंग पाइप से खुद ही आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन पाइप में पानी न होने के कारण वे आग नहीं बुझा पाए। उनका यह भी आरोप है कि ब्रह्मपुत्रा अपार्ममेंट से करीब पांच मिनट की दूरी पर संसद भवन के पास अग्निशमन विभाग का आफिस है। समय पर सूचना देने के बाद भी फायर बिग्रेड की गाड़ियां करीब 40 मिनट देरी से पहुंचीं।

    हादसे ने दिखाई दावों की हकीकत

    अग्निशमन विभाग से लेकर तमाम एजेंसियां दावा कर रही हैं कि दीवाली पर आग से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लेकिन, ब्रह्मपुत्रा अपार्टमेंट में हुए हादसे ने दीवाली पर आग से निपटने के इंतजाम के दावों की हकीकत दिखा दी है। राज्यसभा सदस्यों के निवास स्थान वाले अपार्टमेंट में ही जब फायर फाइटिंग पाइप सूखा पड़ा है तो राजधानी की अन्य सोसायटियों में आग बुझाने के इंतजाम कैसे होंगे। इसका अंदाजा लगाया जा रहा है। इस घटना ने अग्निशमन विभाग के सोसाटियों का सर्वे कर आग के इंतजाम की जांच किए जाने के दावे को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है।