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    दिल्ली में तेजी से बढ़ रहा नकली दवाओं का संगठित नेटवर्क, जांच और कानून व्यवस्था के अभाव में खतरा बढ़ा

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 05:22 AM (IST)

    दिल्ली में नकली दवाओं का संगठित नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है। जांच और कानून व्यवस्था की कमी के कारण यह खतरा और भी बढ़ गया है। नकली दवाओं के कारोबार से ल ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नकली दवाओं का अवैध कारोबार तेजी से संगठित अपराध बनता जा रहा है। कम जोखिम और अधिक मुनाफे के कारण यह धंधा माफिया नेटवर्क के लिए आकर्षक बन गया है।

    दिल्ली ड्रग कंट्रोल विभाग और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पिछले तीन वर्षों में 45 करोड़ रुपये से अधिक की नकली दवाएं पकड़ी गई हैं। इनमें कैंसर, हृदय रोग, डायबिटीज, किडनी और एंटीबायोटिक जैसी गंभीर बीमारियों की दवाएं शामिल हैं। इन दवाओं को नामी कंपनियों की तरह पैक कर बाजार में उतारा जाता है, जिससे मरीज आसानी से ठगे जाते हैं और उनकी जान जोखिम में पड़ जाती है।

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    प्रयोगशाला और स्टाफ की कमी से जूझ रही राजधानी

    आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2025 में जांच के दौरान 1,183 दवा सैंपल अमानक पाए गए, जिनमें से 400 पूरी तरह नकली थे। इसके बावजूद राजधानी में दवा जांच के लिए न तो पर्याप्त प्रयोगशालाएं हैं और न ही प्रशिक्षित स्टाफ।

    विशेषज्ञों का कहना है कि नकली दवाओं के मामलों में सजा की दर कम और कानूनी प्रक्रिया लंबी होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। कई मामलों में आरोपी जमानत पर छूटकर फिर से इसी धंधे में लग जाते हैं।

    स्वास्थ्य विशेषज्ञों और सामाजिक संगठनों ने सरकार से मांग की है कि दवा आपूर्ति श्रृंखला की सख्त निगरानी, आधुनिक लैब, कड़े कानून और त्वरित सजा की व्यवस्था की जाए। साथ ही आम लोगों को भी जागरूक रहने की जरूरत है, क्योंकि नकली दवाओं का यह कारोबार सीधे जनस्वास्थ्य पर हमला है।

    पिछले तीन सालों में नकली दवाओं की बड़ी बरामदगी

    समय बरामदगी का विवरण स्थान अनुमानित कीमत
    दिसंबर 2025 नकली लोशन (बेटनोवेट-सी, क्लोप-जी आदि) लोनी ₹2.3 करोड़
    अक्टूबर 2025 नकली ENO एंटासिड (91,257 सैशे व कच्चा माल) इब्राहिमपुर, उत्तर दिल्ली ₹2 करोड़
    जुलाई–अगस्त 2025 जीवनरक्षक दवाएं (अल्ट्रासेट, आगमेंटिन आदि) – 1.1 लाख टैबलेट सिविल लाइंस (दिल्ली), फैक्टरियां (हरियाणा) ₹5 करोड़
    जुलाई 2025 बिना लाइसेंस दवाएं (ओमेप्राजोल, ग्लिमेपिराइड आदि) पश्चिम विहार ₹1.3 करोड़+
    जून 2025 नकली एंटी-कैंसर दवाएं (ओप्डिवो, कीट्रूडा आदि) लक्ष्मी नगर, भगीरथ पैलेस, बुद्ध विहार ₹7 करोड़
    मार्च 2024 नकली टैबलेट/कैप्सूल (अल्ट्रासेट, अमराइल आदि) – 3.4 लाख भगीरथ पैलेस व आसपास ₹4 करोड़
    मार्च 2024 नकली एंटी-कैंसर इंजेक्शन (कीट्रूडा आदि) मोती नगर, पश्चिम दिल्ली ₹14 करोड़+
    दिसंबर 2023 नकली/सब-स्टैंडर्ड दवाएं (एंटी-एपिलेप्सी, एंटीबायोटिक) दिल्ली के सरकारी अस्पताल ₹4 करोड़
    अगस्त 2023 रेपुटेड ब्रांड्स की नकली दवाएं चांदनी चौक, बागड़ी मार्केट ₹2 करोड़