दिल्ली में फर्जी आयकर–GST अधिकारी बनकर बदमाशों ने ज्वैलरी वर्कशाप पर मारी रेड, सोना और DVR लेकर हुए फरार
दिल्ली में कुछ बदमाशों ने खुद को आयकर और जीएसटी अधिकारी बताकर एक ज्वैलरी वर्कशाप पर छापा मारा। उन्होंने वर्कशाप से सोना और डीवीआर लूट लिए। पुलिस इस मा ...और पढ़ें
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सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मध्य जिले के करोल बाग इलाके में एक ज्वैलरी वर्कशाप में पांच बदमाश खुद को आयकर विभाग और जीएसटी विभाग का अधिकारी बनकर रेड मारने पहुंचे। इनमें से एक ने दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और बाकी सादे कपड़ों में थे। इन बदमाशों ने प्रोसेसिंग के लिए करीब एक किलो सोना उठाया और फरार हो गए।
इतना ही नहीं बदमाश डीवीआर भी जांच की बात कहते हुए अपने साथ ले गए। बदमाशों के जाने के बाद वर्कशाप के मालिक ने इनकम टैक्स में तैनात एक जानकार से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि इस तरह की कोई रेड उनकी दुकान पर नहीं की गई है। इसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। प्रसाद नगर थाना पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दुकान के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए आरोपितों को हिरासत में लिया है। जिसको लेकर शुक्रवार को उपायुक्त द्वारा प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी जा सकती है।
दिल्ली पुलिस की वर्दी में आया आरोपी
जानकारी के मुताबिक, देव नगर की एक तंग गली में ब्लाक-2 की चौथी मंजिल पर मदन मंडल नामक ज्वैलर अपनी छोटी-सी वर्कशाप चलाते हैं। 27 नवंबर की शाम करीब चार बजे पांच लोग वहां पहुंचे। एक ने दिल्ली पुलिस की पूरी वर्दी पहनी हुई थी, बाकी सादे कपड़ों में थे। उन्होंने खुद को आयकर विभाग और जीएसटी विभाग का अधिकारी बताया और ज्वैलर से कागजात मांगे, ड्राअर खुलवाए, अलमारियों की जांच की।
इसके बाद आरोपित जाते जुए प्रोसेसिंग के नाम पर करीब एक किलो सोना उठाकर अपने साथ ले गए। इसके अलावा उन्होंने वर्कशाप में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर भी जब्त कर ली और डिपार्टमेंट जांच होने की बात कही। अधिकारी होने की वजह से कोई भी कुछ भी पूछने की जहमत नहीं उठा पाया। उनके जाने के बाद वर्कशाप के मालिक ने अपने एक जानकार इनकम टैक्स अधिकारी को फोन से संपर्क किया। इस पर उन्होंने बताया कि कोई रेड नहीं हुई है।
पुलिस ने बनाई आधा दर्जन टीमें
इसके बाद ज्वैलर ने पुलिस को जानकारी दी। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस टीम पहुंच गई। टीम ने पीड़ित की शिकायत के बाद केस दर्ज कर करीब आधा दर्जन टीमें बनाई गई। उसके बाद सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सर्विलांस की मदद से आरोपितों की पहचान की गई। सूत्रों के मुताबिक, वारदात में शामिल कई आरोपितों को हिरासत में ले लिया गया है।

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