तो झूठी थी DU छात्रा पर एसिड अटैक की कहानी? लेना चाहती थी पुराना बदला; अब खुला राज...
दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा द्वारा एसिड अटैक की कहानी झूठी निकली। पुलिस जांच में पता चला कि छात्रा ने पुराने दुश्मन से बदला लेने के लिए खुद ही यह कहानी बनाई थी। पुलिस ने गहन जांच के बाद इस झूठी कहानी का पर्दाफाश किया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना ने पुलिस जांच में सावधानी बरतने की आवश्यकता को उजागर किया।

डीयू छात्रा पर एसिड अटैक की घटना को लेकर पुलिस ने किए चौंकानेवाले खुलासे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भारत नगर थानाक्षेत्र में रविवार सुबह दिल्ली विश्वविद्यालय के पत्राचार की जिस छात्रा ने खुद पर एसिड अटैक किए जाने का आरोप लगाया था, पुलिस जांच में वह फर्जी साबित होता दिख रहा है। छात्रा ने बाइक सवार जिन तीन युवक जितेंद्र, अरमान व ईशान पर एसिड फेंकने का आरोप लगाया है। पुलिस जांच में उनकी कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है। जितेंद्र नाम का युवक पेंटर का काम करता है।
रविवार सुबह से शाम तक करोल बाग में पाया गया। सीडीआर विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों के बयानों से इसकी पुष्टि हो गई है। हमले में इस्तेमाल की गई बाइक भी संबंधित अवधि के दौरान करोल बाग में ही पाई गई। इसके अलावा मंगाेलपुरी के रहने वाले ईशान व अरमान के भी रविवार को दिल्ली में होने की पुष्टि नहीं हो पाई। दोनों भाई अपनी मां शबनम के साथ आगरा में है।
पुलिस ने उन्हें जल्द जांच में शामिल होने के लिए कहा है। प्रारंभिक जांच से पुलिस का मानना है कि पिता के बचाव में छात्रा ने एसिड अटैक की झूठी कहानी रची है। छात्रा ने पिता, भाई व चाचा के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से साजिश रचकर एसिड अटैक की कहानी रची है। छात्रा ने खुद अपने हाथों पर एसिड डाला अथवा किसी अन्य ने किया फिलहाल इसका पता अभी नहीं लग पाया है। पुलिस की कई टीमें जांच में जुटी है।
झूठी कहनी गढ़ने के साक्ष्य मिल जाने पर पुलिस छात्रा, उसके पिता, भाई व चाचा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई करेगी। कालेज के पास जिस जगह पर छात्रा ने खुद पर एसिड फेंकने का आरोप लगाया है उस जगह कोई सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण पुलिस को सच्चाई के अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने में समय लग रहा है। आरोप की गंभीरता काे देेखते हुए पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव खुद केस की जांच पर नजर बनाए हुए हैं।
सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला है कि छात्रा अपने भाई के साथ स्कूटी पर सवार होकर मुकंदपुर स्थित अपने घर से निकली थी। भाई ने उसे कालेज से थोड़ी दूरी पर अशोक विहार में छोड़ दिया। बाद में उसे एक ई-रिक्शा में बैठकर आगे जाते हुए देखा गया। पुलिस का कहना है कि छात्रा के भाई ने उसे अशोक विहार तक ही क्यों छोड़ा, कालेज गेट पर क्यों नहीं छोड़ा, इसकी जांच की जा रही है। उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
डीसीपी उत्तर पश्चिम जिला भीष्म सिंह का कहना है कि 26 अक्टूबर की सुबह 10.52 बजे दीपचंद बंधु अस्पताल से एक छात्रा पर भारत नगर थाना पुलिस को एसिड अटैक में जलने की सूचना मिली थी। जांच के लिए अस्पताल पहुंची पुलिस को पता चला कि वह डीयू के ओपन स्कूल की द्वितीय वर्ष की छात्रा है। पूछताछ में उसने बताया कि वह लक्ष्मी बाई कालेज, अशोक विहार में अतिरिक्त कक्षा के लिए आई थी।
कालेज की ओर जाते समय, मुकुंदपुर की गली नंबर 17 में रहने वाला उसका परिचित जितेंद्र, अपने दो दोस्त ईशान और अरमान के साथ बाइक पर उसके पास आया। जितेंद्र बाइक चला रहा था, जबकि ईशान और अरमान पीछे बैठे थे। ईशान ने अरमान को एक बोतल दी, जिसने उसपर एसिड जैसा तरल पदार्थ फेंक दिया। उसने अपना चेहरा छिपाने की कोशिश की, लेकिन उसके दोनों हाथ जल गए। जितेंद्र उसका कुछ से पीछा कर रहा था।
एक माह पहले उनके बीच तीखी बहस भी हुई थी। बयान दर्ज के तुरंत बाद अपराध स्थल का निरीक्षण क्राइम टीम और एफएसएल टीम द्वारा किया गया। उसके बयान और चोटों की प्रकृति के आधार पर भारत नगर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान जो साक्ष्य सामने आए आरोपों से उसकी पुष्टि नहीं हुई।
गहन जांच से पता चला कि घटना से दो दिन पहले 24 अक्टूबर को जितेंद्र की पत्नी ने छात्रा के पिता अकील खान पर उत्पीड़न और ब्लैकमेल करने की सूचना देते हुए पीसीआर काल की थी। महिला ने आरोप लगाया कि अकील खान की फैक्ट्री में काम करते समय (2021-2024), उसने उसका यौन उत्पीड़न किया था, जबरन शारीरिक संबंध बनाए और आपत्तिजनक तस्वीरों और वीडियो के जरिए उसे ब्लैकमेल कर रहा है।
महिला की शिकायत पर भलस्वा डेरी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। एफआइआर दर्ज हो जाने की जानकारी मिलने के बाद अकील खान फरार हो गया। पुलिस का मानना है कि उसी के बदले में छात्रा ने पिता के बचाव में खुद पर एसिड अटैक करने का आरोप लगाया है।
पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि मंगालपुरी की रहने वाली शबनम नाम की महिला और छात्रा के पिता अकील खान के बीच प्रापर्टी के विवाद में 2018 में अकील खान के तीन साले और एक साले की पत्नी ने शबनम पर एसिड अटैक कर दिया था। उक्त मामले में अकील खान के साले शमशुद्दीन, उसकी पत्नी नाजनीन, अन्य साले जावेद व सोना के खिलाफ मंगोलपुरी थाने में नामजद एफआइआर दर्ज है। अकील की भूमिका की पुलिस जांच कर रही है। अदालत में वह मामला विचाराधीन है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।