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    डीयू में स्नातक दाखिले की आवेदन प्रक्रिया अप्रैल के पहले सप्ताह में

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 15 Jan 2018 08:13 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : बहु प्रतीक्षित स्नातक दाखिला को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने कमर ...और पढ़ें

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    डीयू में स्नातक दाखिले की आवेदन प्रक्रिया अप्रैल के पहले सप्ताह में

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : बहु प्रतीक्षित स्नातक दाखिला को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने कमर कस ली है। डीयू ने पहली बार पूर्व के निर्धारित समय से पहले ही आवेदन प्रक्रिया का ऐलान कर दिया है। सोमवार को दाखिला समिति की हुई बैठक के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में समिति के चेयरमैन प्रो.एमके पंडित ने कहा कि स्नातक के लिए आवेदन प्रक्रिया अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू हो सकती है।

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    वैसे स्नातक दाखिला प्रक्रिया में बड़े बदलाव की संभावना कम है, लेकिन डीयू ने इस बार आरक्षित व दिव्यांग वर्ग के दाखिला के लिए विशेष तैयारी की है। ओबीसी वर्ग में छात्राओं को कटऑफ में दो फीसद की छूट का भी ऐलान किया गया है। ज्ञात हो कि कई कॉलेज छात्राओं को कटऑफ में छूट पहले से देते आ रहे हैं। प्रो.एमके पंडित ने कहा कि ओबीसी वर्ग में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या कम है। हम इस वर्ग में छात्राओं को इसलिए कटऑफ में छूट दे रहे हैं। यह छूट किसी भी हालत में दो फीसद से अधिक नहीं होगी। यदि कॉलेज पहले से एक फीसद छूट देता है तो दो फीसद उसमें अतिरिक्त नहीं जोड़ा जाएगा, बल्कि कुल दो फीसद ही माना जाएगा। ज्ञात हो कि दाखिला समिति में कुल सदस्यों की संख्या 47 है, लेकिन मात्र 33 सदस्यों ने ही बैठक में हिस्सा लिया।

    कटऑफ पर लगाम की तैयारी

    डीयू ने ऊंची और कई कटऑफ पर लगाम लगाने की तैयारी में है। चेयरमैन कमेटी के प्रमुख प्रो.पंडित ने कहा कि यह तय है कि अब 14 कटऑफ नहीं निकलेगी। हमारी कोशिश होगी कि हम इसे कम करें। ऊंची कटऑफ के लिए कॉलेजों को लिखा जाएगा कि केवल सनसनी के लिए वे ऊंची कटऑफ न निकालें, क्योंकि प्राय: पहली कटऑफ में बहुत कम दाखिला हो पाता है।

    अंकों के मॉडरेशन के लिए भी हम कई बोर्डो को पत्र लिखेंगे कि अंक मॉडरेशन पर उनकी नीति क्या है। जैसे सीबीएसई ने तय कर दिया है कि वह मॉडरेशन नहीं करेगा तो उसी तरह लिखित आश्वासन हम अन्य बोर्ड से भी लेंगे। यदि कोई आश्वासन नहीं देता है तब हम दाखिला नीति में उसी के अनुसार बदलाव करेंगे।

    परास्नातक में होगी प्रवेश परीक्षा

    दाखिला समिति विगत वर्ष की भांति आठ विषयों में प्रवेश परीक्षा कराएगी, लेकिन स्नातक में दाखिला के लिए प्रवेश परीक्षा को आधार बनाने पर पूर्ण सहमति नहीं बनी है। इसके लिए एक समिति बनाई गई है, जो इसकी संभावनाओं पर विचार करेगी। ज्ञात हो कि डीयू में यह चर्चा पहले से चल रही थी कि अंग्रेजी व बीकॉम के विषय में प्रवेश परीक्षा हो सकती है, लेकिन समिति ने इससे अभी इन्कार किया है। समिति में यह भी विचार किया गया है कि परास्नातक में 100 फीसद प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला हो, क्योंकि पहले 50 फीसद सीट डीयू के छात्रों को आरक्षित रहती हैं और बाकी 50 फीसद प्रवेश परीक्षा के आधार होती हैं, लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी और यह मामला भी समिति को सौंप दिया गया।

    प्रमाणपत्रों की फोरेंसिक जांच करें कॉलेज

    डीयू ने खेल, आरक्षित वर्ग और अन्य प्रकार के प्रमाणपत्रों की जांच कॉलेज स्तर पर फोरेंसिक एक्सपर्ट से कराने की बात कही है। कमेटी के चेयरमैन ने कहा कि विगत वर्ष कुछ मामलों में शिकायत आई थी। इसलिए इस बार इन प्रमाणपत्रों की जांच प्रमुखता से फोरेंसिक एक्सपर्ट से कराने के लिए कहा जाएगा। ज्ञात हो कि डीयू के कुछ कॉलेज फर्जीवाड़ा से बचने के लिए पहले से ही फोरेंसिक एक्सपर्ट से जांच कराते हैं। समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि अभ्यर्थी अपने प्रमाणपत्रों को तैयार कर लें, ताकि आवेदन के समय वे समय से अपलोड कर सकें।

    उत्तर पश्चिम के लिए बनेगा स्पेशल सेल

    दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में पूर्वोत्तर के छात्रों के दाखिला को लेकर होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए पूर्वोत्तर विशेष प्रकोष्ठ बनाने की बात कही गई है। पूर्वोत्तर के छात्रों के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा। इसके लिए हम इन राज्यों में कॉलेजों के प्रिंसिपल को भी लिखा जाएगा।

    ओपन डेज में होगी छात्रों की काउंसिलिंग

    डीयू सीबीएसई का परीक्षा परिणाम आने से पहले मई के अंतिम सप्ताह में ओपन डेज भी शुरू कर सकता है। इसमें एसीआरटी व केंद्रीय विद्यालय सहित अन्य विशेषज्ञों को बुलाया जाएगा, जो छात्रों को गाइड कर सकें।

    आरक्षित वर्ग के लिए चलाया जाएगा विशेष अभियान

    डीयू की दाखिला समिति ने स्पष्ट किया है कि आरक्षित वर्ग में निर्धारित कोटा से कम दाखिला होता है। इसलिए दाखिला समिति आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए विशेष अभियान चलाएगा, ताकि यह सीट भरी जा सके।