अतिरिक्त राजस्व के लिए DTC की नई पहल, ई-बसों पर लगेंगे विज्ञापन; टेंडर जारी
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करने के लिए एक नई पहल की है। इस पहल के तहत, डीटीसी की ई-बसों पर विज्ञापन लगाए जाएंगे। इसके लिए ...और पढ़ें

डीटीसी की इलेक्ट्रिक बस में चढ़ता यात्री। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (डीटीसी) इलेक्ट्रिक बसों पर विज्ञापन के जरिए अपना नॉन-फेयर राजस्व बढ़ाने जा रही है, जिसमें बड़े-बड़े बस बॉडी रैप पर फोकस किया जाएगा। डीटीसी ने विज्ञापन के अधिकार देने के लिए एक टेंडर जारी किया है।
डीटीसी ने पहले भी बस बाडी रैप के लिए टेंडर जारी किए थे, लेकिन उसे एक से ज़्यादा कंपनियां नहीं भाग ले सकी थीं। बस बॉडी रैप्स के अलावा डीटीसी बस टर्मिनलों के बाहरी दीवारों दीवारों पर विज्ञापन के साथ साथ बसों की डिजिटल स्क्रीन पर विज्ञापनों के जरिए भी राजस्व कमाने की योजना बना रही है।
डीटीसी द्वारा जारी टेंडर दस्तावेजों के अनुसार दिल्ली भर के प्रमुख डिपो और टर्मिनलों से चलने वाली 852 से ज़्यादा इलेक्ट्रिक बसों की बाहरी बाडी पर विज्ञापन की अनुमति होगी, जिससे व्यस्त मुख्य सड़कों और ज्यादा यात्रियों की आवाजाही का फायदा उठाया जा सकें।
16 टर्मिनलों और नौ डिपो से चलती हैं बसें
इनमें से ज्यादातर बसें अभी 16 टर्मिनलों और नौ डिपो से चलती हैं। जिनमें रोहिणी, नंद नगरी, राजघाट, मायापुरी, नारायणा, मुंडेला कलां, नेहरू प्लेस और आईपी एस्टेट शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि न्यूनतम रिजर्व कीमत 5,300 प्रति बस प्रति माह तय की गई है, और चयन प्रति बस लगाई गई सबसे ऊंची बोली के आधार पर होगा।
अधिकारी ने बताया कि इस प्रस्ताव के तहत सफल बिडर को शुरुआती पांच साल की अवधि के लिए इलेक्ट्रिक बस फ्लीट पर विज्ञापन चलाने का एक्सक्लूसिव अधिकार दिया जाएगा, जिसे आपसी सहमति से तय शर्तों पर और पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। बिडर को डीटीसी को एक तय मासिक लाइसेंस फीस देनी होगी।
इस प्रोजेक्ट का दायरा डीटीसी की उपलब्ध संपत्तियों से पैसे कमाने और अपने नॉन-फेयर राजस्व को मजबूत करने की बड़ी रणनीति का हिस्सा है। रैप्स लगाने का काम ड्यूटी के घंटों के बाद किया जाएगा ताकि बस संचालन में कोई रुकावट न आए। विज्ञापनों को लगाने या हटाने के दौरान बसों को होने वाले किसी भी नुकसान की मरम्मत एजेंसी को अपने खर्च पर करनी होगी।
योजना के अनुसार विज्ञापन कंडक्टर साइड यानी बस के बाहरी भाग में बाईं ओर ही लगाए जा सकेंगे। टाटा ई-बसों के लिए बाईं ओर लगभग 87 वर्ग फीट और पीछे 24.5वर्ग फीट तथा जेबीएम माडल के लिए बाईं ओर 80 वर्ग फीट और पीछे 8.2 वर्ग फीट जग मिल सकेगी। जिसमें अभी खिड़कियां, दरवाजे, नंबर प्लेट, इंजन एरिया, ड्राइवर साइड, सामने और दाईं साइड शामिल नहीं है।

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