नोएडा में पूर्व मंत्री डीपी यादव और उनके परिवार पर मुकदमा दर्ज, जाली दस्तावेजों से जमीन हड़पने की कोशिश
नोएडा के सलारपुर गांव में संपत्ति विवाद को लेकर पूर्व मंत्री डी.पी. यादव और उनके परिवार समेत नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। अशोक वाडिया ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने धोखाधड़ी से उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और जान से मारने की धमकी दी। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

नोएडा के सलारपुर गांव में संपत्ति विवाद को लेकर पूर्व मंत्री डी.पी. यादव और उनके परिवार समेत नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। सलारपुर गांव में संपत्ति विवाद को लेकर पूर्व मंत्री डी.पी. यादव, उनकी पत्नी और दो बेटों समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। संपत्ति मालिक अशोक वाडिया ने आरोपियों पर सेक्टर 125 में धोखाधड़ी से जमीन पर कब्जा करने और केयरटेकरों का रास्ता रोककर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
कोर्ट के आदेश पर सेक्टर 126 थाने में पूर्व मंत्री समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। संपत्ति विवाद को लेकर गोरखपुर के पवन जिंदल ने 29 अक्टूबर को सेक्टर 49 थाने में वाडिया बंधुओं समेत 30 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
सलारपुर गांव में 14,000 वर्ग मीटर जमीन है। अधिवक्ता के.एस. चंदेला ने बताया कि गोरखपुर के पवन जिंदल ने 1989 में अपने हिस्से की लगभग 7,000 वर्ग मीटर जमीन अशोक वाडिया को बेच दी थी। वाडिया ने बाकी जमीन भी दूसरों से खरीद ली थी। 2001 से वाडिया के पास 14,000 वर्ग मीटर जमीन है। आरोप है कि ज़मीन अधिग्रहण रद्द होने के बाद, पवन जिंदल का नाम गलती से ज़मीन के रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। बाद में, उन्होंने अपना नाम हटवाने के लिए याचिका दायर की।
आरोप है कि पवन ने पूर्व मंत्री डीपी यादव, सुरेश गोले, देवेश यादव, रामफल शर्मा, उमलेश यादव, कुणाल यादव, रवींद्र सिंह, अभय उपाध्याय और अज्ञात लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की। अगस्त 2025 में, अशोक वाडिया की ज़मीन का विक्रय पत्र आरोपियों और उनके करीबी रिश्तेदारों के पक्ष में दिखाया गया।
जाली दस्तावेज़ों का इस्तेमाल करके, आरोपियों ने ज़मीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि अदालत के आदेश पर पूर्व मंत्री डीपी यादव, पवन, सुरेश, देवेश, रामफल, उमलेश, कुणाल, रवींद्र, अभय और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जाँच की जा रही है।

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