मूलभूत अधिकारों की मांग: दिव्यांगजनों का जंतर-मंतर पर जोरदार प्रदर्शन, सरकार को सौंपा 25 सूत्रीय मांगपत्र
दिव्यांगजनों ने जंतर-मंतर पर मूलभूत अधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार को 25 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा, जिसमें शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण मांगे शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया, ताकि उन्हें समाज में समान अवसर मिल सकें।
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अपनी मांगों को लेकर जंतर पर प्रदर्शन करते दिव्यांगजन। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। विभिन्न राज्यों से आए दिव्यांगजन ने जंतर मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया। इस मौके पर एसोसिएशन आफ पर्सन्स विद डिसएबिलिटीज और विभिन्न दिव्यांग अधिकार संगठनों ने दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के साथ ही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की बहाली की मांग की।
नहीं मिल रहे मूलभूत अधिकार
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्हें अब भी शिक्षा, रोजगार, आवास, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और सार्वजनिक सुविधाओं में मूलभूत अधिकार नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने सरकार को 25 सूत्रीय मांगपत्र दिल्ली पुलिस के प्रतिनिधि के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा गया, जिसमें प्रमुख रूप से दिव्यांग पेंशन को न्यूनतम छह हजार प्रतिमाह करने, केंद्र व राज्यों में दिव्यांग आयोग गठित करने, निश्शुल्क राशन, ईडब्ल्यूएस व आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने जैसी मांगें थी।
इसी तरह, आवास योजनाओं में पांच प्रतिशत आरक्षण, राजनीतिक प्रतिनिधित्व में चार प्रतिशत आरक्षण, पारदर्शी प्रमाणपत्र प्रक्रिया, लंबित रिक्तियों पर विशेष भर्ती अभियान, ट्रेन की दिव्यांग कोच में सुरक्षा गार्ड, विशेष कौशल केंद्र, राष्ट्रीय दिव्यांग जनगणना, दिव्यांग एथलीटों के लिए राष्ट्रीय खेल नीति और सभी कार्यालयों में एकल-विंडो सुविधा की स्थापना शामिल हैं।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हरदेव प्रसाद व प्रवीण कुमार ने चेताते हुए कहा कि मांगें पूरी न होने पर आंदोलन और व्यापक किया जाएगा।

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