जागरण-डिजीकवच अभियान: दिल्ली के रोहिणी में वरिष्ठ नागरिकों को दिया गया डिजिटल सेफ्टी का प्रशिक्षण
दिल्ली के रोहिणी में 'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा' अभियान के तहत एक सेमिनार आयोजित किया गया। गूगल के डिजीकवच कार्यक्रम में विश्वास न्यूज के एक्सपर्ट्स ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए। फिशिंग लिंक्स और ट्रैवल धोखाधड़ी से सतर्क रहने की सलाह दी गई। 17 नवंबर को लखनऊ और अलीगढ़ में वेबिनार होंगे, जिसके तहत 20 राज्यों के 30 शहरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

सच के साथी अभियान के तहत 15 नवंबर को दिल्ली के रोहिणी में सेमिनार का आयोजन किया गया।
डिजिटल डेस्क, नोएडा। 'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत 15 नवंबर को दिल्ली के रोहिणी में सेमिनार का आयोजन किया गया। गूगल अपने प्रतिष्ठित 'डिजीकवच' कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम को दैनिक जागरण और विश्वास न्यूज के सहयोग से कर रहा है। ऑनलाइन धोखाधड़ी से लोगों को सतर्क करने और उससे बचने के उपायों के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
रोहिणी के सेक्टर 5 स्थित जिम्स कॉलेस कैंपस में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में विश्वास न्यूज के एक्सपर्ट ने लोगों को एआई निर्मित वीडियो के इस्तेमाल से होने वाले स्कैम से बचने के तरीकों के साथ ही गूगल और सोशल मीडिया पासवर्ड की मजबूती पर भी जोर दिया। प्रशिक्षकों ने इस कार्यक्रम के महत्व पर रोशनी डालते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी।
कार्यक्रम में विश्वास न्यूज की डिप्टी एडिटर पल्लवी मिश्रा ने फिशिंग लिंक्स के बारे में बताते हुए कहा कि त्योहारी सीजन में इस तरह के फर्जी लिंक्स भेजकर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। आकर्षक ऑफर वाले लिंक्स पर क्लिक करने से पहले उसके बारे में आधिकारिक वेबसाइट पर जांच कर लें। यूआरएल की स्पेलिंग भी चेक करें। इस तरह के फिशिंग लिंक्स वाली वेबसाइट के यूआरएल असली वेबसाइट के लिंक से मिलते-जुलते होते हैं, लेकिन इनमें कुछ गलतियां या भिन्नता होती है, जिसे ध्यान से देखने पर पकड़ा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की चीफ सब एडिटर प्रज्ञा शुक्ला ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को ट्रैवल के नाम पर होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी से सचेत करते हुए कहा कि ठग पर्यटक स्थलों के प्रसिद्ध होटल या धर्मशाला के नाम से फेक वेबसाइट बनाकर जाल में फंसाते हैं। उन्होंने बुकिंग के लिए होटल या धर्मशाला की आधिकारिक वेबसाइट या भरोसेमंद वेबसाइट से बुकिंग की सलाह दी। साथ ही कहा कि ठग अक्सर इस तरह की वेबसाइट पर आकर्षक ऑफर या भारी डिस्काउंट भी देते हैं।
इस कार्यक्रम के आयोजन में 24x7 केयर फाउंडेशन का भी सहयोग रहा, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान लोगों ने अपने कुछ कड़वे अनुभवों को भी साझा किया।
17 नवंबर को लखनऊ और अलीगढ़ के लिए वेबिनार
'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत 17 नवंबर (सोमवार) को लखनऊ और अलीगढ़ के वरिष्ठ नागरिकों के लिए वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। लखनऊ के कार्यक्रम में केयर द पीस ह्यूमन फाउंडेशन और अलीगढ़ के लिए जुबेरी वेलफेयर सोसायटी सहयोग कर रही है।
कार्यक्रम के बारे में
'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत जागरण डिजिटल और विश्वास न्यूज की टीमें देशभर में सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से ट्रेनिंग दे रही हैं। इसके तहत देश के 20 राज्यों के 30 शहरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, पंजाब, उत्तराखंड जैसे 20 राज्यों में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें लोगों को ऑनलाइन स्कैम को पहचानने और बचने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गूगल का ‘डिजीकवच’ अभियान भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ लोगों में जागरूकता बढ़ा रहा है। इस अभियान का लक्ष्य लोगों को फ्रॉड और स्कैम के प्रति जागरूक करना है।
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