कैश नहीं हो रहे चेक, बैंकों में दिल्ली के थोक बाजारों के फंसे हजारों करोड़; DHMA ने की RBI से दखल की मांग
दिल्ली के थोक व्यापारियों को चेक कैश कराने में परेशानी हो रही है, जिससे उनका भारी रकम बैंकों में फंसा है। दिल्ली हिन्दुस्तान मर्केंटाइल एसोसिएशन (DHMA) ने रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) से हस्तक्षेप करने की अपील की है ताकि व्यापारियों को इस समस्या से निजात मिल सके और उनका कारोबार सुचारू रूप से चल सके।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दीपावली के साथ ही त्यौहारी मौसम में चेक नहीं भजने से दिल्ली के थोक बाजारों का हजारों करोड़ रुपये फंस गए हैं। इससे कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है। दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन (डीएचएमए) ने इस संबंध में आरबीआइ के गर्वनर को पत्र भी लिखा है तथा समस्या के निस्तारण की मांग की है।
व्यापारियों के अनुसार, इससे न सिर्फ व्यापार प्रभावित हो रहा है, बल्कि कर्मचारियों के वेतन व किराया भुगतान के साथ अन्य मदों के खर्च भी रुक गए हैं।
यह दिक्कत नए चेक निस्तारण व्यवस्था से पैदा हुई है। इसमें कुछ घंटे या एक दिन में चेक भुगतान के दावे के साथ लागू किया गया है, जबकि जबसे यह लागू हुआ है तब चेक भज नहीं रहे हैं।
दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन (डीएचएमए) ने इस संबंध में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गर्वनर को पत्र भी लिखा है तथा समस्या के निस्तारण की मांग की है।
डीएचएमए के महासचिव श्रीभगवान बंसल के अनुसार, यह समस्या चार अक्टूबर से बनी हुई है। अकेले चांदनी चौक के विभिन्न ब्रांचों में यह समस्या बनी हुई है। अकेले कपड़ा कारोबारियों का ही 10 करोड़ रुपये से अधिक की राशि फंसी होगी। इसके चलते व्यापारी एक-दूसरे को समय पर भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, जिसके चलते ऑर्डर भी निरस्त भी करने पड़ जा रहे हैं।
ऑटोमोटिव पार्ट्स मर्चेंट एसोसिएशन (अपमा) के अध्यक्ष विनय नारंग ने कहा कि चेक का भुगतान न होने से दीपावली फीकी होने वाली है। कर्मचारियों के वेतन, बोनस व ग्राहकों से भुगतान रुक गया है। कंपनियों को भुगतान नहीं जाने से ऑर्डर निरस्त हो रहे हैं। इस संबंध में बैंक से जुड़े लोगों का कहना है कि नए सिस्टम में दिक्कतों के साथ ही चेक भजने में विलंबन के कई अन्य कारण भी हैं। इसे दूर करने के प्रयास हो रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।