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    गणतंत्र दिवस परेड में इस बार भी कर्तव्य पथ पर नहीं दिखेगी दिल्ली की झांकी, सरकार ने नहीं भेजा कोई प्रस्ताव

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 05:42 PM (IST)

    इस बार गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर दिल्ली की झांकी नहीं होगी, क्योंकि दिल्ली सरकार ने कोई प्रस्ताव नहीं भेजा था। हरियाणा की झांकी भी नहीं दिखे ...और पढ़ें

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    77वें गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार भी दिल्ली की झांकी नहीं दिखेगी।

    संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। 77वें गणतंत्र दिवस की परेड में कर्तव्य पथ पर इस बार राजधानी की झांकी नहीं होगी। दिल्ली सरकार की ओर से झांकी का कोई प्रस्ताव भी रक्षा मंत्रालय को नहीं भेजा गया था। हालांकि पांच वर्ष बाद 76वें (2025 के) गणतंत्र दिवस की परेड में शिक्षा माडल पर दिल्ली की झांकी शामिल रही थी। इससे पहले 2020 से 2024 तक लगातार ऐसा हुआ कि इस परेड में देश की राजधानी की झांकी को स्थान नहीं मिल पाया था।

    दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा की झांकी भी इस बार परेड में नहीं दिखाई देगी। राज्य सरकार की ओर से रक्षा मंत्रालय को पांच अलग अलग प्रस्ताव भेजे गए थे। इनमें से शुरुआती दौर में हिसार जिले में स्थित पुरातात्विक स्थल राखीगढ़ी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया। लेकिन फिर अगली बैठकों में उसे भी अस्वीकार कर दिया गया।

    आधिकारिक सूत्रों के अनुसार झांकियों के चयन के लिए गठित की गई विशेषज्ञ समिति ने तीन दौर की बैठकों के बाद 17 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों को गणतंत्र दिवस परेड के लिए स्वीकृति दी है। यह सूची लगभग फाइनल बताई जा रही है और इसमें बदलाव की गुंजाइश अब काफी कम है।

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    इनमें हर राज्य की झांकी अपने यहां की संस्कृति, विरासत एवं जीवनशैली की छठा बिखेरती हुई दिखाई देगी। मसलन, उत्तर प्रदेश की झांकी में बुंदेलखंड का कालिंजर किला प्रदर्शित किया जाएगा। यह बांदा जिले में विंध्य पर्वतमाला पर स्थित एक प्राचीन एवं अजेय दुर्ग है, जिसे चंदेल शासकों ने बनवाया था। यह बुंदेलखंड के इतिहास एवं संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

    इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकी दिखेगी कर्तव्य पथ पर

    1. पश्चिम बंगाल
    2. उत्तर प्रदेश
    3. तमिलनाडु
    4. राजस्थान
    5. पंजाब
    6. पुडुचेरी
    7. ओडिशा
    8. नागालैंड
    9. मणिपुर
    10. महाराष्ट्र
    11. मध्य प्रदेश
    12. केरल
    13. जम्मू कश्मीर
    14. हिमाचल प्रदेश
    15. गुजरात
    16. छत्तीसगढ़
    17. असम

    झांकियों को लेकर एक रोटेशन शेडयूल बना हुआ है। दो साल बाद ही दोबारा मौका मिलता है। इसीलिए इस बार मामला प्रस्ताव करने तक पहुंचा ही नहीं। मेरी इस संबंध में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात हुई थी। उम्मीद है कि अगले साल गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी शामिल रहेगी। - कपिल मिश्रा, कला एवं संस्कृति मंत्री, दिल्ली सरकार