मानसून में ओवरफ्लो नहीं होगा दिल्ली का सुनहरी नाला, 14 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली
दिल्ली के सुनहरी नाले को मानसून के लिए तैयार किया गया है ताकि ओवरफ्लो से बचा जा सके. इसके लिए 14 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली गई है. यह कदम दिल्ली में म ...और पढ़ें
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मानसून के वक्त ओवरफ्लो होने वाले सुनहरी नाले से करीब 14 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली जा चुकी है।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। मानसून के वक्त ओवरफ्लो होने वाले सुनहरी नाले से करीब 14 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली जा चुकी है। इसमें 50 हजार मीट्रिक टन गाद का अनुमान है। इसकी सफाई के काम को अगले साल आने वाले मानसून से पहले पुरा कर लिया जाएगा। एक किलोमीटर लंबे इस नाले की सफाई पूरी होने के बाद स्थानीय लोगों को जलभराव की समस्या से निजात मिल जाएगी।
दिल्ली रेल मेट्राे निगम इस नाले की सफाई कर रहा है। यह बात दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कही है। वे मंगलवार को इस नाले की सफाई कार्य का जायजा लेने पहुंची थी। उस वक्त वह पत्रकारों से रूबरू हुई। उनके साथ दिल्ली सरकार में केबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा व संबंधित विभागीय अधिकारी भी थे।
इस मौके पर सीएम ने यह भी कहा कि पूर्व की जो सरकारें थीं, वे इसकी सफाई नहीं करा पा रही थी। उन्होंने कहा कि इतने बड़े नाले का निर्माण कार्य बिना आउटलेट और स्लैब के कर दिया गया, जो कि अपने आप में बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। इस बात की जांच कराई जाएगी।
सीएम ने मंगलवार को ही दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली को जोड़ने वाले निर्माणाधीन बारापुला ब्रिज के तीसरे चरण के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। सीएम ने कहा कि निर्माणाधीन बारापुला कॉरिडोर बनने के बाद दिल्ली की यातायात व्यवस्था को नई दिशा देगा।
यह एलिवेटेड कारिडोर सराय काले खां को मयूर विहार-I से जोड़ेगा। काले खां से मयूर विहार तक डक्ट सहित उन्नत सड़क का निर्माण किया जाएगा। 13.3 किलोमीटर लम्बे 6-लेन कारिडोर में 4.3 किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक भी होगा। इसके अतिरिक्त, परियोजना में 500 मीटर लंबा 6-लेन का एक्स्ट्रा डोज़ ब्रिज रहेगा, जो देश का पहला ऐसा पुल होगा, जिसमें दोनों ओर डेडिकेटेड वाकवे और साइकिल ट्रैक होंगे।
इसके बनने पूर्वी दिल्ली (मयूर विहार) से दक्षिणी दिल्ली (एम्स) के बीच कनेक्टिविटी सिग्नल फ्री और सुगम होगी और मौजूदा डीएनडी फ्लाईओवर और एनएच-24 पर यातायात के बोझ को कम करेगा। लगभग 1.5 लाख वाहन चालकों को यातायात जाम से राहत मिलेगी। इस मौके दिल्ली के पीडब्ल्यूडी व जलमंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि पिछली सरकार द्वारा बरती गई लापरवाही के कारण उपरोक्त परियोजना में वर्षों की देरी हुई।

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