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    कोहरा और ठहरी हवा से बिगड़ी दिल्ली की हवा, स्मॉग ने ली राजधानी को चपेट में; एक दिन में 41 अंक बढ़ा AQI

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 12:47 AM (IST)

    दिल्ली में कोहरे और ठहरी हवा के चलते हवा की गुणवत्ता तेजी से बिगड़ी है। स्मॉग ने राजधानी को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे दृश्यता कम हो गई है और लोग ...और पढ़ें

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    दिल्ली में इन दिनों कुछ ऐसा है वातावरण। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। घना कोहरा, हवा की गति में कमी और बादलों से घिरी राजधानी में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया है। एक दिन पहले बुधवार को ही हवा की रफ्तार बढ़ने और धूप खिलने के कारण राजधानी के लोगों को प्रदूषण से मामूली राहत मिली थी लेकिन गुरुवार को फिर प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। दिनभर स्माॅग छाया रहा। आने वाले कुछ दिन दिल्ली में प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना कम ही है।

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    गुरुवार को केद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई 373 दर्ज किया गया। इसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा जाता है। बुधवार को यह 334 रहा यानी 24 घंटे के भीतर इसमें 41 अंकों की वृद्धि हो गई। शहर के 40 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 15 ने 'गंभीर' वायु गुणवत्ता दर्ज की। सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, आनंद विहार में सबसे अधिक एक्यूआई 441 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में है जबकि 24 केंद्रों ने 'बहुत खराब' वायु गुणवत्ता दर्ज की।

    आईआईटीएम पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) से मिले आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण परिवहन ही है, जो कुल प्रदूषण का 18.3 प्रतिशत है। दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्थित उद्योगों का योगदान 9.2 प्रतिशत रहा, इसके बाद आवासीय स्रोतों का 4.5 प्रतिशत और निर्माण गतिविधियों का 2.5 प्रतिशत रहा। कचरा जलाने से 1.6 प्रतिशत, सड़क की धूल से 1.3 प्रतिशत, अन्य क्षेत्रों से 1.2 प्रतिशत और दिल्ली में बिजली उत्पादन से लगभग 1.2 प्रतिशत प्रदूषण हुआ।

    वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों के बीच वायु गुणवत्ता का स्तर 'बहुत खराब' या 'गंभीर' श्रेणी में बना रहेगा। दरअसल, अभी दिल्ली में प्रदूषण का उत्सर्जन करने वाले तमाम स्रोत बने हुए हैं। वहीं, प्रदूषक कणों को विसर्जित करने वाली किसी बड़ी मौसमी परिघटना का अभाव है। अगले दो-तीन दिनों के बीच भी हवा की गति आमतौर पर दस किमी प्रति घंटे से कम ही रहने की संभावना है। इसके चलते प्रदूषक कण ज्यादा देर तक हवा में बने रहेंगे।

    यहां की हवा सबसे ज्यादा खराब

    आनंद विहार 

    441

    अशोक नगर 

    404

    द्वारका 

    403

    आइटीओ 

    408

    जहांगीरपुरी 

    412

    मुंडका 

    425

    नेहरु नगर 

    416

    एनएसआइटी द्वारका

    406

    पटपड़गंज 

    410

    पंजाबी बाग 

    410

    आरके पुरम 

    420

    सिरीफोर्ट 

    417

    विवेक विहार 

    439
    वजीरपुर  415

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