दिल्ली में दो दिवसीय वार्षिक गुलाब प्रदर्शनी का शुभारंभ, 1,250 गुलाबों की खुशबू से महका प्रदर्शनी स्थल
दिल्ली में दो दिवसीय वार्षिक गुलाब प्रदर्शनी का शुभारंभ हो गया है। इस प्रदर्शनी में 1,250 विभिन्न प्रकार के गुलाबों को प्रदर्शित किया गया है, जिससे पू ...और पढ़ें

चाणक्यपुरी स्थित इंडिया-अफ्रीका फ्रेंडशिप रोज़ गार्डन, में दो दिन की ' वार्षिक गुलाब प्रदर्शनी' का अवलोकन करते लोग। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। ऐसे में शांत हरे-भरे माहौल में मनमोहक रंगों तथा खुशबुओं वाले गुलाबों के संसार में डूबने का मौका मिले तो बात ही क्या।
चाणक्यपुरी स्थित इंडिया-अफ्रीका फ्रेंडशिप रोज गार्डन में दो दिवसीय 'वार्षिक गुलाब प्रदर्शनी' का शुभारंभ हो गया है, जिसमें देशभर से 200 से अधिक प्रतिभागी और संस्थान के 70 से ज्यादा किस्म के गुलाब 1,250 रूपों में प्रदर्शित की गई है, जिसमें स्टैंडर्ड, फ़्लोरिबुंडा और मिनिएचर किस्मों सहित अलग-अलग वर्ग में गमले में उगाए गए गुलाब दिखाए गए हैं।
ये गुलाबी, लाल, पीले, नारंगी, नीले, काले, हरे, खुबानी, दो-रंग, धारीदार और ब्लेंडेड खुशबूदार हैं। इसी तरह, कटे हुए फूल, प्लांटर, कलात्मक गुलदस्ते, बटनहोल, माला, गजरे और वैल्यू-एडेड गुलाब उत्पाद भी लोगों को लुभा रहे हैं।
खास आकर्षणों में ग्रीनहाउस में उगाए गए गुलाब और बिना मिट्टी के गुलाब की खेती विशेष है। यह प्रदर्शनी रविवार को शाम पांच बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा।
हर साल सर्दियों में आयोजित की जाती है प्रदर्शनी
यह प्रदर्शनी प्रत्येक वर्ष सर्दी के इस मौसम में आयोजित की जाती है। इस बार इसे एनडीएमसी ने द रोज सोसाइटी आफ इंडिया के साथ मिलकर आयोजित की है, जिसमें देश भर से चकित और माहौल को महकाने वाले गुलाबों को अलग-अलग तरह की कलाकारी से दिखाई जा रही है।
इस प्रदर्शनी को 22 क्लास और 175 से ज्यादा सेक्शन में बांटा गया है। खास बात कि इस प्रदर्शनी की गुलाब प्रतियोगिता में एनडीएमसी, सीपीडब्ल्यूडी, हुडा, पीजीआइ चंडीगढ़ और पूसा संस्थान हिस्सा ले रहे हैं। फूलों को सजाने की जापानी कला आर्टिस्टिक इकेबाना की प्रस्तुति भी खास है।
स्मार्ट सिटी के विजन से मेल खाती प्रदर्शनी
शनिवार को इस प्रदर्शनी का उद्घाटन एनडीएमसी के चेयरमैन केशव चंद्रा ने किया। उन्होंने कहा कि गुलाब जिंदगी में मुश्किलों के बावजूद सकारात्मकता के साथ बढते रहने का जरूरी सबक सीखाता है। यह फूल कांटों के बीच भी खूबसूरती से खिलता है और अपनी सुंदरता और खुशबू से दिलों को मोह लेता है।
यह प्रदर्शनी एनडीएमसी के उस विजन से मेल करती हैं, जिसमें नई दिल्ली को हरित, सौन्दर्यकारी और पर्यावरण अनुकूल से भरपूर स्मार्ट सिटी में बदलना है। इस मौके पर प्रकृति के साथ ही गुलाबों के प्रति दिलचस्पी पैदा करने के लिए एनडीएमसी और नवयुग स्कूल के 50 से ज्यादा विद्यार्थियों ने गुलाब की थीम पर चित्रकला प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।

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