साहब! जरा इधर भी दीजिए ध्यान, दिल्ली की खस्ताहाल सड़कों से MCD-PWD और डीडीए अनजान
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का वादा अधूरा है। एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और डीडीए की सड़कों की हालत खराब है, खासकर अनधिकृत क ...और पढ़ें
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द्वारका सेक्टर-5 से सेक्टर सात की ओर जाने वाली सड़क पर रामफल चौक मोड़ के पास टूटी सड़क। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए 72 घंटें में सड़कों को गड्डा मुक्त करने में 24 घंटे बीत गए हैं लेकिन, अभी तक अधिकारियों की नजर इन गड्डों पर नहीं पड़ी है। एक नहीं दो नहीं बल्कि दिल्ली में एमसीडी से लेकर पीडब्ल्यूडी और डीडीए के द्वारा रखरखाव की जाने वाली सड़कों की खराब स्थिति है।
इतना ही अनधिकृत कॉलोनियों में खुदी पड़ी सड़कों की मरम्मत तक नहीं हो रही है। जिसकी वजह से उस समय खराब स्थिति हो जाती है, जब यहां से तेज गति से वाहन गुजरते हैं। धूल का गुबार राहगीरों से लेकर दो पहिया वाहन चालकों की परेशानी को बड़ा देता है।
मध्य दिल्ली की बात करें प्रेम नगर और बलजीत नगर इलाके में कई सड़कें टूटी पड़ी हैं तो वहीं सदर बाजार इलाके में मोतियाखान में सड़क टूटी पड़ी है। इसी प्रकार सदर बाजार के कुतुब रोड की भी जर्जर स्थिति कई स्थानो पर हैं। खारी बावली में जाने वाली सड़क भी खराब स्थिति में हैं। इसकी वजह से यहां पर धू उड़ती है जो कि वायु प्रदूषण बढ़ाने में सहायक सिद्ध होती है।
वाहनों के गुजरने से उड़ती है धूल
पश्चिमी दिल्ली के की बात करें तो नजफगढ़ के रणहोला रोड के आधे हिस्से को तो सीमेंट से बना दिया गया है पर आधी सड़क अब भी मिट्टी, पत्थर और धूल भरी है। जगह जगह गढ्ढे हैं। जो जहां वाहनों के गुजरने से धूल उड़ती है। इसी प्रकार द्वारका के सेक्टर-5 से सात की ओर जाने वाली सड़क पर रामफल चौक मोड़ के पास सड़क के बीच सड़क टूट चुकी है और बीच में गढ्ढा सा बन गया है। ठीक मोड के पास सड़क खराब होने से वाहनों खासकर दोपहिया के असंतुलित हो कर हादसे की संभावना बनी रहती है।
वहीं, राजनगर की ओर से आने वाली सड़क सेक्टर-9 मेट्रो स्टेशन मोड़ रेडलाइट के पास सड़क पूरी तरह से टूट गई है और गढ्ढा बन गया है। मरम्मत के नाम पर उसमें मलबा डाल दिया गया है, जिसपर से गाड़ियों के गुजरने पर चारों ओर धूल फैल जाती है।
दक्षिणी दिल्ली के मां आनंदमयी मार्ग पर क्राउन प्लाजा से एमबी रोड जाने वाले लेन पर ईएसआइसी अस्पताल के पास कई जगह सड़क टूटी है। बाहरी रिंग रोड पर सावित्री सिनेमा फ्लाइओवर से ठीक पहले जल बोर्ड कई लीकेज ठीक कराने के पांच दिन बाद भी सड़क नहीं बनाई गई। गड्ढे को मलबे से पाटकर काम चलाया जा रहा है।
वहीं, वाहनों के लगातार चलने से मिट्टी और ईंट-पत्थर का मलबा सड़क पर बिखर जा रहा है। वाहन चालकों विशेष तौर पर बाइक सवारों को परेशान होना पड़ रहा है। पीडब्ल्यूडी की टीम सुबह-शाम गड्ढे में मलबा डालकर समतल तो कर रही है, पर बनवाने का कष्ट नहीं उठा रही।
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पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद रोड पर गड्डे हैं। जहां पर धूल बढ़ रही है। इसी प्रकार की ब्रह्मपुरी रोड, मंडावली की पुलिया की ओर जाने वाला रोड, चंदर विहार में गैस की लाइन नई डाले जाने से जगह-जगह सड़क खोद दी गई हैं। जहां पर गड्डों के कारण धूल उड़ती है।

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