Delhi Pollution: दिल्ली में छाई धुंध की काली चादर से फीकी पड़ी कार्यक्रमों की चमक, कई बड़े प्रोग्राम हुए कैंसिल
दिल्ली में प्रदूषण की वजह से धुंध की काली चादर छाई हुई है, जिससे शहर में होने वाले कई कार्यक्रमों की चमक फीकी पड़ गई है। प्रदूषण के चलते कई बड़े कार्य ...और पढ़ें
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कर्तव्यपथ पर छई धुंध का नजारा।
शशि ठाकुर, नई दिल्ली। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से गुलजार रहने वाली दिल्ली में छाई धुंध की काली चादर ने कार्यक्रमों की चमक को फीका कर दिया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक के ''गंभीर'' श्रेणी में पहुंचते ही ग्रेप- 4 के कड़े प्रतिबंधों ने आयोजकों के उत्साह पर पानी फेर दिया है।
हालात ये हैं कि दिल्ली में होने वाले कई बड़े कार्यक्रम या तो निरस्त कर दिए गए हैं या उन्हें एनसीआर के पड़ोसी राज्यों की शरण लेनी पड़ी है। नियमों की सख्ती ने बढ़ाई आयोजकों की परेशानी प्रदूषण के चलते दिल्ली सरकार और पुलिस ने आयोजनों की अनुमति को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाया हुआ है।
आउटडोर गतिविधियों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगने के कारण कार्यक्रम में जहां लाखों लोगों की भीड़ जुटने वाली थी। वहां अब चंद लोग ही पहुंच पा रहे हैं। दिल्ली के एक प्रतिष्ठित स्टेडियम में निजी स्कूल संगठन का विशाल समागम प्रस्तावित था। जिसमें एक लाख लोगों के आने की उम्मीद थी, लेकिन अंतिम समय में आयोजन की अनुमति न मिलने के कारण इसे ''भारत मंडपम'' में स्थानांतरित किया गया, जहां लोगों की संख्या घटकर मात्र 40 हजार रह गई।
यशोभूमि से नोएडा तक का सफर यशोभूमि में प्रस्तावित आटो पार्ट्स सेमिनार को भी दिल्ली सरकार की हरी झंडी नहीं मिली, जिसके बाद इसे नोएडा शिफ्ट करना पड़ा। वाहनों के प्रतिबंध और स्थान परिवर्तन के कारण यहां केवल 500 प्रतिभागी ही जुट सके।
कई बड़े कार्यक्रम हुए निरस्त
प्रदूषण का कहर केवल व्यवसायिक कार्यक्रमों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कला और शिक्षा के आंगन भी इससे अछूते नहीं रहा। लाल किला प्रांगण में संस्कृति मंत्रालय और एनजीएमए द्वारा 22 दिसंबर को आयोजित होने वाली दो कला प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह निरस्त कर दिया गया।
मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, फिलहाल किसी भी ''आउटडोर'' गतिविधि की अनुमति नहीं दी जा सकती है। वहीं, संस्कार भारती का बहुप्रतीक्षित ''वन विहार'' कार्यक्रम धुंध के कारण अब चार जनवरी तक के लिए टाल दिया गया है। दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने भी छात्रों के स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए दीक्षांत समारोह स्थगित कर दिया है।
गाउन पहनकर डिग्री लेने का सपना देख रहे सैकड़ों छात्र मायूस हैं। ठप हुआ कारोबार, कलाकारों के सामने आर्थिक संकट संस्कार भारती के महामंत्री भूपेंद्र कौशिक के अनुसार आउटडोर गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध ने इवेंट मैनेजमेंट सेक्टर की कमर तोड़ दी है। लोग घरों से निकलने में डर रहे हैं। जिससे टिकटों की बिक्री और प्रायोजन पूरी तरह खत्म हो गए हैं।

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