आपदा के समय जनता की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस-एनडीआरएफ की साझेदारी मजबूत, तीन साल के लिए एमओयू को बढ़ाया
दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ ने आपदा प्रबंधन में सहयोग के लिए समझौता नवीनीकृत किया। एनडीआरएफ दिल्ली पुलिस अकादमी में आपदा प्रबंधन, राहत-बचाव और सीपीआर जैसी तकनीकों पर प्रशिक्षण देगा। 2022 से अब तक 17 हजार पुलिसकर्मी प्रशिक्षित हो चुके हैं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि एनडीआरएफ की विशेषज्ञता से पुलिस के प्रशिक्षण को नई दिशा मिली है। यह समझौता दोनों संस्थानों के बीच दीर्घकालिक सहयोग का प्रतीक है।

एनडीआरएफ ने दिल्ली पुलिस के साथ किया करार।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में आपदा और संकट के समय बेहतर समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने आपसी सहयोग के अपने करार (एमओयू) को तीन साल के लिए नवीनीकृत किया है।
सोमवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित समारोह में पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा की मौजूदगी में पुलिस के विशेष आयुक्त (प्रशिक्षण) संजय कुमार और एनडीआरएफ के महानिरीक्षक नरेंद्र सिंह बुंदेला ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू के तहत एनडीआरएफ के विशेषज्ञ प्रशिक्षक दिल्ली पुलिस अकादमी में नियमित प्रशिक्षण सत्र आयोजित करेंगे। इनमें आपदा प्रबंधन, राहत-बचाव कार्य, सीपीआर तकनीक, सामुदायिक आपदा प्रबंधन और इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। वर्ष 2022 से अब तक लगभग 17 हजार पुलिसकर्मी ऐसे सत्रों से प्रशिक्षित हो चुके हैं।
पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने कहा कि एनडीआरएफ की विशेषज्ञता ने दिल्ली पुलिस के प्रशिक्षण ढांचे को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में हर पुलिसकर्मी को यह समझ होना चाहिए कि वह सिर्फ सुरक्षाकर्मी नहीं, बल्कि जनता की पहली उम्मीद है।
वहीं, एनडीआरएफ के महानिरीक्षक नरेंद्र सिंह बुंदेला ने कहा कि यह एमओयू सिर्फ औपचारिक दस्तावेज नहीं, बल्कि दोनों संस्थानों के बीच भरोसे और दीर्घकालिक सहयोग का प्रतीक है। उनके अनुसार, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों ने पुलिस बल में जागरूकता और मानवीय दृष्टिकोण को भी मजबूत किया है।
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