Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली पुलिस का बड़ा अभियान, बुजुर्गों को साइबर ठगों से बचाने के लिए आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 06:51 AM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने बुजुर्गों को साइबर अपराधों से बचाने के लिए एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाया है। इस अभियान में सोशल मीडिया और घर-घर जाकर जानकारी दी जा रही है। बुजुर्गों को साइबर ठगी के तरीकों और उनसे बचने के उपायों के बारे में बताया जा रहा है, ताकि वे अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को सुरक्षित रख सकें।

    Hero Image

    वरिष्ठ नागरिकों की साइबर सुरक्षा पर दिल्ली पुलिस का जागरूकता अभियान। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बढ़ते साइबर अपराधों से वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित रखने की दिशा में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार सुबह साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।

    यह कार्यक्रम एनसीयूआइ आडिटोरियम एंड कन्वेंशन सेंटर, अगस्त क्रांति मार्ग पर हुआ, जिसकी अध्यक्षता विशेष पुलिस आयुक्त (विजिलेंस एवं एसपीयूडब्ल्यूएसी) अजय चौधरी ने की।

    कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल ठगी के नए हथकंडों से आगाह करना और उन्हें सुरक्षित आनलाइन व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित करना था। मौके पर मौजूद वरिष्ठ नागरिकों से यह भी अपील की गई कि वे इस जानकारी को अपने परिवार और मोहल्ले तक पहुंचाएं, ताकि सामुदायिक स्तर पर साइबर सुरक्षा की समझ बढ़ सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कार्यक्रम के दौरान साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ डा. रक्षित टंडन ने बताया कि साइबर अपराधी कैसे फर्जी लिंक, नकली क्यूआर कोड, संदिग्ध ऐप्स और ओटीपी साझेदारी के नाम पर लोगों को जाल में फंसाते हैं।

    उन्होंने कहा कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, कोई भी गैर-प्रमाणित ऐप डाउनलोड न करें और आनलाइन भुगतान करते समय सतर्कता बरतें। वरिष्ठ नागरिकों की भागीदारी को उत्साहपूर्ण बनाने के लिए दिल्ली पुलिस आर्केस्ट्रा टीम ने आकर्षक प्रस्तुतियां दीं, जबकि अरिजित राय द्वारा किया गया पैंटोमाइम शो दर्शकों की खूब सराहना बटोरता रहा।

    विशेष पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने कहा कि डिजिटल सुविधाओं का उपयोग करते समय अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी अनजान ऐप को डाउनलोड करने या किसी अपरिचित लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम लगातार होते रहने चाहिए, ताकि वरिष्ठ नागरिक समय-समय पर साइबर ठगी के नए तरीकों से परिचित हो सकें।