21 किलो गांजा, तीन देशों में सिंडिकेट और बर्खास्त सीमा शुल्क इंस्पेक्टर..., इंटरनेशनल रैकेट का भंडाफोड़
दिल्ली पुलिस ने 21.512 किलोग्राम गांजे के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जांच में तीन देशों में फैले एक सिंडिकेट का खुलासा हुआ है, जिसमें एक बर्खास्त सीमा शुल्क इंस्पेक्टर भी शामिल है। पुलिस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हाइड्रोपोनिक गांजे की तस्करी करने के आरोप में नौकरी से बर्खास्त केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क इंस्पेक्टर रोहित कुमार शर्मा उर्फ रोबित को गिरफ्तार किया है।
उसके कब्जे से 21.512 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक गांजा बरामद किया गया है, जिसकी कीमत 27.24 करोड़ रुपये होने का दावा किया गया है। यह धंधा दुबई और थाईलैंड स्थित एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह द्वारा संचालित किया जा रहा था।
खेप बैंकाक से हवाई मार्ग से गुवाहाटी जैसे कम भीड़-भाड़ वाले हवाई अड्डों पर पहुंचती थी और फिर कोरियर के जरिए दिल्ली पहुंचाई जाती थी। ड्रग्स की बिक्री से प्राप्त आय को क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया जाता था और पैसे के लेन-देन को छिपाने के लिए हवाला के जरिए दुबई भेज दिया जाता था।
इन जगहों पर की जाती थी गांजे की आपूर्ति
बरामद गांजे की आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर के अलावा अन्य महानगरों में पार्टी आयोजकों, ड्रग्स डीलरों और उच्च-स्तरीय ग्राहकों को पहुंचाया जाना था।
अवैध आय को हवाला और क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन के जरिए दुबई भेज दिया जाता था। आरोपित पहले सोने की तस्करी में पकड़ा गया अब उसे दिल्ली पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
डीसीपी क्राइमम ब्रांच संजीव कुमार यादव के मुताबिक रोहित कुमार शर्मा उर्फ रोबित, गोपाल नगर एक्सटेंशन, नजफगढ़ का रहने वाला है। उसके कब्जे से ड्रग्स की 44.42 लाख नकदी, एक लग्जरी कार और एक स्कूटी जब्त की गई है।
तीन देशों से चल रहा था सिंडिकेट
अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने भारत, थाईलैंड और दुबई से संचालित इस सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है।
13 अक्टूबर की मध्यरात्रि पुलिस काे जानकारी मिली कि एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर, जनक सिनेमा के पास हाइड्रोपोनिक गांजे की बड़ी खेप लेकर आने वाला है। उस सूचना पर एसीपी संजय कुमार नागपाल, निरीक्षक मान सिंह, अरविंद सिंह और सुंदर गौतम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सीमा शुल्क अधिकारी रोहित कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
इसे रिमांड पर लेकर पुलिस अन्य आरोपितों और सीमा शुल्क विभाग में उसके संपर्कों के बारे में पता लगाया जा रहा है। हाइड्रोपोनिक गांजा (समुद्र में उगाया जाने वाला गांजा) एक दुर्लभ, उच्च-गुणवत्ता वाली सिंथेटिक किस्म है। इसमें ट्रेट्राहाइड्रो कैनाबिनोल (टीएचसी) होने के कारण उपयोगकर्ताओं और पार्टी करने वालों द्वारा पसंद की जाती है।
बर्खास्त इंस्पेक्टर की पूरी कुंडली
35 वर्षीय बर्खास्त सीमा शुल्क इंस्पेक्टर रोहित कुमार शर्मा ने 2012 में इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक की पढ़ाई पूरी की और 2015 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग में नौकरी शुरू की।
2019 में केरल के कन्नूर हवाई अड्डे पर तैनाती के दौरान उसे तीन किलो सोने की तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया। बाद में डीआरआइ ने उस पर एनडीपीएस का मामला भी दर्ज किया। विभागीय जांच के बाद, उसे 2023 में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

बर्खास्तगी के बाद, रोहित ने प्रापर्टी डीलिंग करना शुरू किया लेकिन उसी दौरान दुबई जाने के बाद एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के संपर्क में आने के बाद उसने ड्रग्स की तस्करी का काम शुरू कर दिया। वहां उसकी मुलाकात अभिषेक (सहरसा, बिहार) से हुई।
अभिषेक लंबे समय से दुबई में रहा है। दोनों ने मिलकर थाईलैंड से भारत में हाइड्रोपोनिक गांजा आयात करने की साजिश रची। रोहित ने कस्टम विभाग में अपने गहरे संबंधों का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करने के लिए किया कि भारत में प्रतिबंधित सामान लाने वाले वाहक बिना जांच के ही निकल जाए।
स्कैनरों को चकमा देने के लिए तस्करी का सामान खाने की चीजों के पैकेटों में बड़ी चालाकी से छिपाकर लाता था। भारत आने के बाद रोहित हाइड्रोपोनिक गांजा दिल्ली-एनसीआर और अन्य महानगरों में पार्टी आयोजकों, ड्रग्स डीलरों और उच्च-स्तरीय ग्राहकों को पहुंचाने का काम करता था।
क्या होता है हाइड्रोपोनिक गांजा?
हाइड्रोपोनिक गांजा को आर्गेनिक गांजा भी कहा जाता है। यह कोकेन जितना ही शक्तिशाली माना जाता है क्योंकि इसमें टेट्राहाइड्रोकैनाबिनाल की मात्रा 30-40 प्रतिशत के बीच होती है, जबकि सामान्य गांजे में यह केवल तीन-चार प्रतिशत ही पाया जाता है।
थाईलैंड में उन्नत हाइड्रोपोनिक विधियों का उपयोग करके इसकी जैविक और वैज्ञानिक खेती की जाती है ताकि उच्च-गुणवत्ता वाली भांग का उत्पादन किया जा सके।
यह मुख्य रूप से हाई प्रोफाइल पार्टियों में उपयोग के लिए आपूर्ति किया जाता है और युवा पीढ़ी के बीच काफी लोकप्रिय है। उपयोगकर्ता आमतौर पर इसे सिगरेट की तरह कागज में लपेटते हैं या धूम्रपान के लिए तंबाकू के साथ मिलाते हैं।
अनुभवी उपयोगकर्ता इसे पानी के पाइप के माध्यम से इस्तेमाल करते हैं जिससे इसका प्रभाव और अधिक तीव्र होता है। शहरी और तकनीक-प्रेमी युवा इसे इलेक्ट्रानिक वेपोराइजर के माध्यम से सेवन करते हैं।
सिंडिकेट की क्या थी कार्यप्रणाली
हवाई अड्डों की निगरानी से बचने के लिए, गिरोह ने थाईलैंड से भारत में हाइड्रोपोनिक गांजे की तस्करी करने के लिए गुवाहाटी जैसे कम भीड़-भाड़ वाले हवाई अड्डों का इस्तेमाल किया। अंदरूनी जानकारी और संपर्कों का फायदा उठाकर, आरोपित ने छिपी हुई खेपों को ले जा रहे ड्रग्स तस्करों की सुगम निकासी के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों का इस्तेमाल किया।

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