PM मोदी के जन्मदिवस पर वृद्धावस्था के 50 हजार लाभार्थियों को जोड़ने का रखा लक्ष्य, अभी तक वेबसाइट भी नहीं हुई शुरू
दिल्ली सरकार द्वारा 50 हजार बुजुर्गों को पेंशन देने की घोषणा के डेढ़ महीने बाद भी आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर तकनीकी समस्या के कारण आवेदन फार्म उपलब्ध नहीं हैं, जिससे बुजुर्ग परेशान हैं। विभाग का कहना है कि जल्द ही आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सरकार पेंशन सत्यापन भी कर रही है।

बुजुर्गों को पेंशन देने की घोषणा करीब डेढ़ माह बाद भी क्रियान्वित नहीं हो सकी है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में 50 हजार और बुजुर्गों को पेंशन देने की घोषणा करीब डेढ़ माह बाद भी क्रियान्वित नहीं हो सकी है। दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर अभी तक बुजुर्गों की पेंशन के लिए आवेदन शुरू नहीं हुए हैं। बुजुर्ग घोषणा के बाद से ही बार बार वेबसाइट पर जाकर आवेदन करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही है। विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही वेबसाइट के माध्यम से नए आवेदन लिए जाएंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर के मौके पर दिल्ली में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं के साथ वृद्धावस्था वित्तीय सहायता योजना में 50,000 नए लाभार्थियों को जोड़ने की घोषणा भी हुई थी।
17 सितंबर को कुछ घंटों के लिए वेबसाइट को आवेदन के लिए खोला भी गया था, लेकिन इसकी जानकारी लोगों को नहीं थी। घोषणा के बाद जब लोगों ने विभाग की वेबसाइट पर आवेदन का प्रयास किया तो उस पर फार्म नहीं खुल रहे थे। शुरुआत में वेबसाइट पर तकनीकी समस्या की बात कहते हुए दो अक्टूबर से इसे चालू करने की बात कही गई थी, लेकिन इसके बाद भी पेंशन आवेदन शुरू नहीं किए जा सके, जिसके चलते आवेदन का इंतजार कर रहे हजारों बुजुर्ग परेशान हो रहे हैं।
समाज कल्याण विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में लगभग चार लाख बुजुर्गों को दिल्ली सरकार की ओर से मासिक पेंशन दी जाती है। इसमें 50 हजार नए आवेदक जोड़ने की घोषणा सरकार ने की है। इसके लिए प्रयास जारी हैं। वेबसाइट में तकनीकी दिक्कत की वजह से आवेदन शुरू नहीं हो सके हैं। जल्द ही इसे दूर कर आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बता दें कि सरकार की ओर से बुजुर्गों की पेंशन को लेकर सत्यापन की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। इसमें ऐसे बुजुर्गों को चिन्हित किया जाएगा जो दिल्ली से बाहर रहते हुए यहां से पेंशन ले रहे हैं या मृत्यु होने के बाद भी उनकी पेंशन चल रही है। ऐसी पेंशनों को सरकार द्वारा बंद किया जाएगा और उनकी जगह नए बुजुर्गों को शामिल किया जाएगा।

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