पांच सालों में दूसरा सबसे खराब रहा अक्टूबर, विशेषज्ञों ने बताई प्रदूषण की वजह
दिल्ली में इस अक्टूबर महीने में सामान्य से अधिक बारिश होने के बावजूद प्रदूषण का स्तर पिछले पांच सालों में दूसरा सबसे खराब रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, महीने में हवा की गुणवत्ता ज्यादातर 'खराब' और 'बहुत ख़राब' श्रेणियों में रही, जिसका औसत एक्यूआई 224 दर्ज किया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्षा की कमी और हवा की धीमी गति के कारण यह स्थिति बनी।
-1761878817931.webp)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। 74 प्रतिशत अधिक वर्षा के बावजूद इस साल अक्टूबर का महीना पांच सालों का दूसरा सबसे प्रदूषित रहा है। महीने में ''अच्छी'' श्रेणी की हवा वाला एक भी दिन नहीं मिला। जबकि ''बहुत खराब'' श्रेणी वाले दिनों में वृद्धि देखी गई। 
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से मिले आंकड़े बताते हैं कि इस साल अक्टूबर में 30 तारीख तक चार दिन ''संतोषजनक'', नौ दिन ''मध्यम'', नौ दिन ''खराब'' और आठ दिन ''बहुत खराब'' श्रेणी में दर्ज किए गए। महीने का औसत एक्यूआइ 224 रहा, यह 2021 के पश्चात दूसरा सर्वाधिक है। 2021 में यह 173, 2022 में 210, 2023 में 219 व 2024 में 232 रहा था।
सीपीसीबी के पूर्व अपर निदेशक डा दीपांकर साहा बताते हैं कि दिल्ली के प्रदूषण की एक ही दवा है- वर्षा और तेज हवा। लेकिन इस साल अक्टूबर में वर्षा माह के शुरू में ही होकर रह गई और हवा की गति बीच बीच में मंद पड़ती रही। इसीलिए यह स्थिति बनी।
| वर्ष | अच्छा | संतोषजनक | मध्यम | बहुत खराब | गंभीर | 
|---|---|---|---|---|---|
| 2021 | 1 | 3 | 19 | 8 | 0 | 
| 2022 | 2 | 4 | 9 | 10 | 6 | 
| 2023 | 0 | 1 | 12 | 13 | 5 | 
| 2024 | 0 | 0 | 13 | 10 | 7 | 
| 2025 (30 तारीख तक) | 0 | 4 | 9 | 9 | 8 | 

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।