दिल्ली की सड़कों पर बेघरों को दान बना रैन बसेरों की चुनौती, डूसिब लगाएगा जागरूकता होर्डिंग
दिल्ली में रैन बसेरों को दान की कमी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे बेघर लोगों को कठिनाई हो रही है। दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (ड ...और पढ़ें

बेघरों को दान करने वाले बन रहे डूसिब के लिए समस्या। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। बेघरों के मामले में दान करने वाले दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) के लिए समस्या बन रहे हैं। डूसिब का मानना है कि दानियों के चलते भी सड़कों पर सोने वाले बेघर रैन बसेरा में जाने को तैयार नहीं है, डूसिब अब दिल्ली में रैन बसेरों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर बैनर होर्डिंग लगाएगा ।
जिनके माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा कि रैन बसेरा जाकर लोग बेघरों को दान दें , उनके दान के कारण सड़क पर सोने वाले बेघर रैन बसेरों में जाने को तैयार नहीं हैं।
ठंड में रैन बसेरों का इंतजाम करता है डूसिब
दिल्ली में खास कर ठंड के समय में डूसिब बेघर के लिए रैन बसेरों का अतिरिक्त इंतजाम करता है। बेघरों को ठहराने के साथ साथ सुबह की चाय बिस्कुट के साथ दोपहर शाम का भोजन भी दिया जा रहा है। सरकार इस बात पर भी नजर रख रही है कि उन्हें पूरी सुविधाएं मिलें। वसंत कुंज में रैन बसेरे में लगी आग के बाद से सरकार और सतर्क हो गई है।
शहरी विकास मंत्री आशीष सूद विभिन्न रैन बसेरों औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। डूसिब को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि लापरवाही मिलेगी तो रैन बसेरा संचालकों पर ही नहीं अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।
लोगों को समझाकर ले जाते पहुंचाते हैं रैन बसेरे
डूसिब पिछले 15 नवंबर से सड़कों पर सोने वाले बेघरों को रैन बसेरों में लाने के लिए 15 के करीब वैन चलाई जा रही हैं, जो शाम को विभिन्न क्षेत्रों में शाम से लेकर रात तक सड़कों पर सोने वाले बेघरों को सूमझा बुझाकर रैन बसेरों में ले जाते हैं।
ढूसिब के अधिकारियसें की मानें तो इस कार्य में दो तरह की समस्याएं आ रही हैं। एक-दो जिन लोगों को वह रैन बसेरों में लेकर जाते हैं वे लोग फिर से सड़क पर पहुंच जाते हैं। वहीं कई लोग बहुत समझाने के बाद भी डूसिब की टीमों को सहयोग नहीं करते और वहां सड़क से जाने से इनकार कर देते हैं।
जल्द ही लग जाएंगे होर्डिंग
अधिकारियों का कहना है कि इसके पीछे का कारण सड़कों पर सोने वालों को लोगों द्वारा दान देना भी है। अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर होर्डिेंग और बैनर लगाने जा रहे हैं। इन रैन बसेरों के बाहर भी बैनर लगाए जाएंगे। जिस पर लिखा होगा कि लोग सड़क पर सोने वालों को दान न कर रैन बसेरों में दान करें और उनके दान को पारदर्शी तरीके के साथ बेघरों को दिया जाएगा।
डूसिब का मानना है कि लोग अगर दान देना बंद करते हैं तो बेघरों को रैन बसेरों में आसानी से लाया जा सकेगा, और ठंड में सड़क पर खुले में सोने वालों का जीवन बचाया जा सकेगा।

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