दिल्ली में जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियों पर निगम का शिकंजा, छह को किया सील; कार्रवाई से मचा हड़कंप
दिल्ली नगर निगम ने जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करते हुए छह फैक्ट्रियों को सील कर दिया। शाहदरा उत्तरी जोन ने यह कार्रवाई सादतपुर, सोनिया ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली नगर निगम ने जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। शाहदरा उत्तरी जोन ने अलग-अलग क्षेत्रों में चोरी छिपे चल रही रंगाई की छह अवैध फैक्ट्रियों को सील किया है।
निगम ने बिजली कनेक्शन काटने के साथ ही फैक्ट्री की मशीनों को भी जब्त कर दिया है। लोगों ने विरोध किया भी किया। पुलिस की मौजूदगी के चलते उनका विरोध काम नहीं आया।
निगम ने बताया कि बताय कि सूचना मिली थी कि जींस रंगाई की पांच फैक्ट्रियां सादतपुर वार्ड में चल रही हैं। निगम ने उन फैक्ट्रियों की पहचान की और मंगलवार को सरकारी अमले के साथ सील कर दी। एक फैक्ट्री सोनिया विहार वार्ड में चल रही थी, उसे भी सील कर दिया। इसके अतिरिक्त एक अन्य फैक्ट्री घोंडा वार्ड व दो बृजपुरी वार्ड में सील की।
भू-जल का हो रहा था दोहन
निगम सूत्रों ने बताया कि यह फैक्ट्रियां किराये पर चल रही थी। मालिक किरायेदारों से रंगाई करवाने की एवज में मोटा किराया वसूल रहे थे। यहां भू-जल का भी दोहन हो रहा था। जींस रंगाई वालों ने फैक्ट्री के अंदर ही गड्ढे खोदे हुए थे। रंगाई का पानी उस गड्ढे में बहाया जा रहा था, वह पानी जमीन में जा रहा था। जिससे भू-जल भी दूषित हो रहा था। अवैध रूप से सबमर्सिबल लगे हुए थे।
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मकान मालिक ने किरायेदारों से दावे किए हुए थे कि उनके होते हुए उनकी फैक्ट्री पर कोई छापेमारी करने के लिए नहीं आएगा। रंगाई करने के बाद यह लोग जींस को छतों पर सूखाते थे। बाद में पैकिंग करके उन्हें दुकानों पर बेच देेते थे। स्वस्थ्य विभाग कई बार आगाह कर चुका है कि रंगाई के कैमिकल के कारण कैंसर हो जाता है। जो रंगाई का काम करते हैं या उस यूनिट के आसपास रहते हैं।

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