दिल्ली हाई कोर्ट की वेबसाइट में है गूगल जैसी रफ्तार, IIT दिल्ली ने अध्ययन के बाद निकाला निष्कर्ष
दिल्ली हाई कोर्ट की वेबसाइट देश के अन्य हाई कोर्ट की वेबसाइट की तुलना में न सिर्फ तेज गति से खुल रही है बल्कि इस मामले में गूगल और फेसबुक की बराबरी कर रही है। यह बात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आइआइटी दिल्ली) के अध्ययन में सामने आई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली हाई कोर्ट की वेबसाइट देश के अन्य हाई कोर्ट की वेबसाइट की तुलना में न सिर्फ तेज गति से खुल रही है, बल्कि इस मामले में गूगल और फेसबुक की बराबरी कर रही है। यह बात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आइआइटी दिल्ली) के अध्ययन में सामने आई है। वेबसाइटों पर मौजूद जनसूचना अधिकार से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां भी अस्पष्ट मिलीं। आइआइटी दिल्ली के विज्ञानियों की टीम ने दिल्ली, बाम्बे, मद्रास, कलकत्ता, कनार्टक और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की वेबसाइट का तीन तरीके से अध्ययन किया गया।
इसमें कुल 652 उपयोगकर्ताओं पर सर्वे किया गया। इसमें जहां 81 फीसद ने दिल्ली हाई कोर्ट की वेबसाइट को उपयोग में अत्यधिक सुगम बताया, वहीं 82 फीसद ने खुलने के मामले में बेहतर बताया।
वहीं, 35 फीसद उपयोगकर्ताओं ने बाम्बे हाई कोर्ट जबकि 36 फीसद ने कनार्टक हाई कोर्ट की वेबसाइट की स्पीड उम्मीद से कम होने की बात कही है। सर्वे में 43 फीसद (281)उपयोगकर्ता पहली बार वेबसाइट का उपयोग करने वाले थे, जबकि 57 फीसद (371) पहले भी वेबसाइट का उपयोग कर चुके थे।
विज्ञानियों ने बताया कि वेबसाइटों के खुलने की गति का दो दिन तक अध्ययन किया गया। इसमें गूगल और फेसबुक पेज पर सूचनाएं सर्च करने के दौरान अपलोड होने वाले समय से भी तुलना की गई। इसके अलावा डेस्कटाप और मोबाइल पर गूगल पेज स्पीड इनसाइट के पैमाने पर भी स्पीड को मापा गया था। आइआइटी ने वेबसाइटों के मूल्यांकन के दौरान टास्क बेस्ड टेस्ट (कार्य आधारित परीक्षण) भी किया।
इसके तहत 22 उपयोगकर्ताओं को दस कार्य दिए गए थे। इनमें वेबसाइटों से केस संबंधित सूचनाएं, सूचीबद्ध मुकदमे देखना, आर्डर, सूचना के अधिकार की जानकारी लेना और कोर्ट कैलेंडर सहित अदालती सूचनाएं प्राप्त करना था। कई उपयोगकर्ताओं को अदालत की कार्यवाही की जानकारी प्राप्त करने में भी दिक्कत आई।