दिल्ली में GRAP-4 की पाबंदियां बेअसर, प्रशासन की कोशिशें हो रही फेल; हीटर की जगह जल रहे अलाव
दिल्ली में GRAP-4 के बावजूद प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। प्रशासन की कोशिशें विफल होती दिख रही हैं, क्योंकि लोग ठंड से बचने के लिए हीटर की जगह अल ...और पढ़ें

रविवार शाम आग तापने के लिए रानी गार्डन क्षेत्र में कचरा जलाता व्यक्ति। जागरण
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली में सर्दी पड़ रही है। बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली में ग्रेप-चार लागू है। लोगों का ठीक तरह से सांस लेना मुश्किल हाे रहा है। लकड़ी व कोयले से आग जलाने पर पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। एक तरफ प्रतिबंध है तो दूसरी तरफ ठंड। लोग ग्रेप के प्रतिबंध का जमकर उल्लंघन कर रहे हैं। दिन व रात में जगह-जगह लोग सड़क से लेकर गली मोहल्ले में लकड़ी व काेयले से अलाव जलाते हुए दिख जाएंगे।
दो साल से प्रशासन कर रहा कोशिश
पिछले दाे वर्षों से जिला प्रशासन कोशिश कर रहा है लोग सर्दियों में अलाव की जगह हीटर जलाएं। ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। लेकिन लोग प्रशासन की इस कोशिश की फेल करने में जुटे हुए हैं। जिसका खामियाजा सभी लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
लक्ष्मी नगर, कोंडली, ब्रह्मपुरी, वेलकम, मुस्तफाबाद, खजूरी, श्रीराम कालोनी, आनंद विहार, कड़कड़डूमा, प्रीत विहार, निर्माण विहार, आइपी एक्सटेंशन में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जला रहे हैं। कोयले व लकड़ी जलाने वालों से जब पूछा गया कि प्रदूषण बहुत हो रहा है और लकड़ी जलाने पर प्रतिबंध भी है।
फिर क्यों जला रहे हैं। इसपर कई लोगों के जवाब थे कि जीवित रहने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। हीटर जलने पर बिजली का बिज बहुत महंगा आएगा। किसी ने कहा उसके पास हीटर ही नहीं तो किसी ने कह दिया बिजली कनेक्शन ही नहीं। प्रशासन का कहना है कि कई जगह सुरक्षाकर्मियों को हीटर भी बांटे गए हैं। ताकि वह रात के वक्त अलाव न जलाएं। पर्यावरण को बचाने में प्रशासन का सहयोग करें।
यमुनापार में कूड़े में आग लगने के मामले नहीं थम रहे
यमुनापार में कूड़े में आग लगने के मामले ग्रेप-चार में थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। धड़ल्ले से कूड़े के ढेरों में आग लगाई जा रही है। गीता कालोनी, शास्त्री पार्क, सोनिया विहार, सभापुर, करावल नगर, हर्ष विहार, कोंडली, न्यू अशोक नगर, नंद नगरी, सुंदर नगरी समेत कई क्षेत्रों में कूड़ा जलाया जा रहा है। कूड़े जलने से क्षेत्र में धुंआ फैल रहा है।
इस धुएं ने स्थानीय लोगों का जीना मोहाल किया हुआ है। हालात यह है कि लोग ठीक तरह से सांस भी नहीं ले पा रहे हैं। निगम, प्रशासन व पुलिस उन लोगों के चालान व पकड़ पाने में विफल है जो लोग आ लगा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़ा जलने पर उसका धुंआ उनके घरों में भर जाता है। इससे आंखों में जलन व खांसी होने लगती है। जहां कूड़ा जल रहा होता है वहां जाओं को कोई मिलता नहीं है।

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