छठ पूजा की तैयारियों की निगरानी के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित, कपिल मिश्रा को बनाया गया अध्यक्ष
दिल्ली सरकार ने छठ पूजा की तैयारियों को लेकर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। कला, संस्कृति और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। यह समिति शहर भर में छठ पूजा के आयोजन स्थलों की पहचान करेगी और श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा, स्वच्छता और परिवहन जैसी सुविधाओं की व्यवस्था करेगी। सरकार का लक्ष्य है कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण में अनुष्ठान कर सकें।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आयोजन की निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। कांवड़ शिविर, दुर्गा पूजा के सफल आयोजन के बाद दिल्ली सरकार ने छठ पूजा को लेकर फोकस बढ़ा दिया है। सरकार चाहती है कि पूर्वांचल के इस पावन पर्व को विधिविधान और भव्यता के साथ मनाया जाए। दिल्ली की सत्ता में आई भाजपा पहली बार इस आयोजन को दिल्ली में कर रही है, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आयोजन की निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है।
कला, संस्कृति और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। समिति शहर भर में छठ पूजा के आयोजन के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करेगी और सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपने से पहले श्रद्धालुओं की सुविधाओं, सुरक्षा, स्वच्छता, परिवहन और समग्र सुविधा से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा करेगी।
लक्ष्मी नगर विधायक अभय कुमार वर्मा, संगम विहार विधायक चंदन कुमार चौधरी, मटियाला विधायक संदीप सहरावत और बादली विधायक दीपक चौधरी कपिल मिश्रा के नेतृत्व वाली समिति के सदस्य हैं। मंत्री मिश्रा ने कहा कि छठ पूजा न केवल पूर्वांचल की बल्कि दिल्ली की भी सांस्कृतिक पहचान है। यह हमारी सामूहिक आस्था और एकता का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से पिछली सरकारों ने जानबूझकर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का अनादर किया। कहा कि इस बार दिल्ली सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक श्रद्धालु सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण में अनुष्ठान कर सके। कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, प्रकाश व्यवस्था और चिकित्सा सुविधाओं की सर्वोत्तम व्यवस्था हो।
मिश्रा ने सभी श्रद्धालुओं और दिल्लीवासियों से इस उत्सव में उत्साह और अनुशासन के साथ भाग लेने और स्वच्छता एवं व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष यह उत्सव शहर भर में लगभग 1,000 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। इनमें यमुना नदी के किनारे, मुनक नहर और कई कृत्रिम तालाब शामिल होंगे।
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