फैक्ट्री में बिखरी पड़ी थीं जली हुई लाशें, भयावह मंजर देख कांप उठे लोग; जिंदगी और मौत से जूझ रहा मालिक का बेटा
दिल्ली के रिठाला में एक फैक्ट्री में भीषण आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में फैक्ट्री मालिक का बेटा और एक अन्य श्रमिक 80% तक झुलस गए हैं, जिनकी हालत गंभीर है। एक अन्य श्रमिक मामूली रूप से घायल हुआ है। आग बुझाने के बाद फैक्ट्री की पहली मंजिल से चार जले हुए शव मिले हैं, जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
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जागरण संवाददादा, बाहरी दिल्ली। राजधानी दिल्ली के रिठाला में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। रिठाला स्थित एक फैक्ट्री में लगी भीषण आग में जलकर चार लोगों को मौत हो गई, जबकि मालिक का बेटा और एक श्रमिक भी 80 फीसदी तक झुलस गया। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। जिन्हें रोहिणी के आंबेडकर अस्पताल से आरएमएल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।
वहीं, एक अन्य श्रमिक मामूली रूप से झुलसा है, जिसका इलाज रोहिणी के आंबेडकर अस्पताल में चल रहा है। फैक्ट्री के पहली मंजिल से चार जले हुए शव मिले हैं, जिनकी शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन ने बताया कि बुध विहार पुलिस को मंगलवार की शाम 7:29 बजे आग लगने की जानकारी मिली थी। बताया गया कि राणा कॉम्प्लेक्स, गेट नंबर 2, रिठाला स्थित एक फैक्ट्री में आग लग गई है। कुछ लोग अंदर फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां पाया कि एक तीन मंजिला इमारत में आग लगी है। जिसमें भूतल और पहली मंजिल पर रेडीमेड बैग और प्लास्टिक बैग बनाने का काम होता था।
वहीं, पुलिस जांच में पता चला कि इस इमारत के मालिक सुरेश बंसल और उनके बेटे नितिन बंसल भूतल और पहली मंजिल पर फैक्ट्री चला रहे थे। दूसरी मंजिल पर आनंद नाम का शख्स कपड़े का काम करता था। वहीं, तीसरी मंजिल का उपयोग गोदाम के रूप में किया जा रहा था। जिसे राकेश अरोड़ा नाम के शख्स को किराये पर दिया गया है, जहां डिस्पोजल ऑर्टिकल का काम होता था।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, शुरुआत में कैट्स एम्बुलेंस ने तीन घायल व्यक्ति 31 वर्षीय नितिन (मालिक का बेटा) और श्रमिक 30 वर्षीय राकेश को फैक्ट्री से निकाला गया, दोनों 80 पर्सेंट तक जले हुए थे। वहीं, 25 वर्षीय श्रमिक वीरेंद्र मामूली रूप से जलने से घायल हो गया। सभी को इलाज के लिए रोहिणी के बीएसए अस्पताल ले जाया गया। नितिन और राकेश की हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने इन्हें आरएमएल अस्पताल के लिए भेज दिया। बाद में सर्च ऑपरेशन के दौरान देर रात 1:15 बजे पहली मंजिल से चार जले हुए शव बरामद किए गए। चारों शवों को आंबेडकर अस्पताल के शवगृह में सुरक्षित रखवा दिया गया है। अभी इन चारों शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
वहीं, आज सुबह करीब 6 बजे भूतल और पहली और दूसरी मंजिल पर आग पर काबू पा लिया गया, तीसरी मंजिल पर करीब नौ बजे आग पर काबू पाया गया। अभी भी आठ दमकल की गाड़ियां आग पर काबू पाने में जुटी हुई है।
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