करोल बाग ज्वैलरी लूट कांड: मास्टरमाइंड के साथी शेख अकरम गिरफ्तार, लूट का सोना और बाइक बरामद
दिल्ली में एक नकली आयकर अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी एक ज्वैलर को लूटने के आरोप में हुई है। पुलिस ने आरोपी को पकड़कर मामले की जांच शु ...और पढ़ें

दिल्ली में एक नकली आयकर अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच ने प्रसाद नगर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का अधिकारी बनकर एक ज्वैलर की दुकान में डकैती और एक किलोग्राम से ज़्यादा सोने के गहने चुराने के मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस वारदात को पांच बदमाशों ने अंजाम दिया था, जिनमें से एक ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। उसकी जानकारी के आधार पर पुलिस ने 130.162 ग्राम सोने के गहने और वारदात में इस्तेमाल की गई पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की है।
डीसीपी विक्रम सिंह के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी की पहचान शेख अकरम के रूप में हुई है। वह मदनगीर, अंबेडकर नगर के डीडीए फ्लैट्स का रहने वाला है। 27 नवंबर की शाम को प्रसाद नगर थाने में करोल बाग इलाके में एक ज्वैलरी की दुकान में डकैती की शिकायत मिली थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि पांच बदमाश उसकी दुकान में घुसे, जिनमें से एक ने दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और बाकी चार सादे कपड़ों में थे। वे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी बनकर आए थे।
बदमाशों ने शिकायतकर्ता और उसके कर्मचारियों के मोबाइल फोन छीन लिए और दुकान की तलाशी ली। कुछ देर बाद वे एक किलोग्राम से ज़्यादा सोने के गहने लूटकर फरार हो गए। फरार होने से पहले बदमाश वर्कशॉप में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी ले गए। शिकायत के आधार पर प्रसाद नगर थाने में मामला दर्ज किया गया और जांच के बाद वारदात और साजिश में शामिल पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। एक बदमाश शेख अकरम फरार था।
सेंट्रल रेंज, क्राइम ब्रांच को पिछले हफ्ते शेख अकरम की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली, जो अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद साउथ दिल्ली इलाके में लगातार ठिकाने बदल रहा था। इस जानकारी के आधार पर एसीपी राजबीर मलिक और इंस्पेक्टर सुनील कुमार कलखंडे के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने शेख अकरम को सीआर पार्क से गिरफ्तार किया। उसकी जानकारी के आधार पर लूटा गया सोना और वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई।
शेख अकरम करोल बाग इलाके में कई ज्वैलरी बनाने वाली दुकानों में काम कर चुका है। वह फिलहाल एक ज्वैलरी बनाने वाली दुकान में काम करता था और अपने परिवार के साथ मदनगीर में रहता था। तीन साल पहले वह इस वारदात के मुख्य आरोपी, सरकारी कर्मचारी और मास्टरमाइंड परमिंदर के संपर्क में आया था।
इसके बाद शेख अकरम ने करोल बाग इलाके की ज्वैलरी दुकानों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद परमिंदर ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर आसानी से पैसे कमाने के लिए वारदात की योजना बनाई और फिर डकैती को अंजाम दिया।

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