Delhi Covid: एयरपोर्ट पर देश के बाहर से आ रहे यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग शुरू, कोरोना के चलते उठाए गए कदम
चीन में बढ़ते कोरोना को लेकर दिल्ली हवाईअड्डे पर भी सतर्कता बरती जा रही है। देश में कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हवाईअड्डे पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोरोना वायरस की औचक जांच शुरू की गई है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश के बाद शनिवार से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के दिशानिर्देश जिला प्रशासन की ओर से जारी कर दिए गए। इसके तहत विदेश से आनेवाले यात्रियों में से दो प्रतिशत यात्रियों की रैंडम जांच शुरू कर दी गई है। साथ विमान से उतरने व एयरपोर्ट परिसर में शारीरिक दूरी का पालन व मास्क पहनने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने एयरपोर्ट परिसर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए 90 सिविल डिफेंस वालेंटियर को तैनात किया है।
हर फ्लाइट से आने वाले 2 प्रतिशत यात्रियों को कोरोना की जांच करानी होगी। किन दो प्रतिशत यात्रियों की कोरोना जांच करानी है इसकी पहचान एयरलाइन्स द्वारा ही की जाएगी। वहीं हवाईअड्डे पर प्रवेश के बिंदु पर सभी यात्रियों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग भी की जाएगी। अगर स्क्रीनिंग के दौरान लक्षण पाए गए तो उन्हें अन्य यात्रियों से तुरंत अलग किया जाएगा।
ट्वीट कर दी गई जानकारी
हवाई अड्डे के एक अधिकारी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय आगमन वाले यात्रियों का परीक्षण आज सुबह ही शुरू हुआ है इस मामले को लेकर दिल्ली हवाईअड्डे की ओर से सुबह एक ट्वीट भी किया गया थाी। ट्वीट में लिखा गया था, "हम तैयार हैं! आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। अंतरराष्ट्रीय आगमन वाले यात्रियों के लिए 2% रैंडम सैंपलिंग आज सुबह 10 बजे से टी3 पर शुरू होगी।" साथ ही सभी से परीक्षण प्रक्रियाओं के दौरान ऑन-ग्राउंड कर्मचारियों के साथ सहयोग करने का भी आग्रह किया।
विदेश से आनेवाले यात्रियों के लिए दिए गए दिशानिर्देश
- टीकाकरण है अनिवार्य
- मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि विदेश से आने वाले यात्री टीके के सभी डोज जरूर लगवाए हों।
- उदघोषणा में नियमों के बारे में दें जानकारी।
- विमान में पूर्व की भांति अब यात्रियों को जागरूक करने के लिए कोविड प्रोटोकाल के बारे में बताना अनिवार्य कर दिया गया है। जैसे, मास्क पहनना, शारीरिक दूरी का पालन करना। साथ ही यह जानकारी हर एंट्री प्वाइंट पर उपलब्ध होना जरूरी है।
- लक्षण वाले यात्री को किया जाएगा आइसोलेट
- यात्रा के दौरान किसी यात्री में कोरोना के लक्षण दिखाई दे तो कोविड प्रोटोकाल के तहत उन्हें अन्य यात्रियों से अलग रखा जाएगा। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वह यात्री मास्क अवश्य पहना हो और एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उन्हें आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध हो ताकि उनका इलाज शुरू हो सके।

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