मोबाइल में मिली तस्वीर पर गर्लफ्रेंड को उतारा मौत के घाट, तीन दिन से फरार ब्वॉयफ्रेंड हरियाणा से गिरफ्तार
दिल्ली के कोटला मुबारकपुर में एक युवक ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या कर दी। आरोपी, हिमांशु, को शक था कि उसकी गर्लफ्रेंड किसी और के साथ भी रिश्ते में है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच की मदद से उसे हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। मृतका, साक्षी गुरुंग, किराए पर रहती थी और उसके माता-पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कोटला मुबारकपुर में बीते सात अक्टूबर को 25 वर्षीय युवती की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या उसके ब्वाॅयफ्रेंड ने ही की थी। बीयर की टूटी बाेतलों व चाकू से मारकर गर्लफ्रेंड की जान ले ली थी। ब्वाॅयफ्रेंड अक्सर युवती से मिलने उसके घर आता था।
छह अक्टूबर की रात उसने युवती के मोबाइल में किसी अन्य युवक के साथ उसकी कुछ तस्वीरें देख लिया था जिसको लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया था। झगड़े के दौरान गुस्से में ब्वाॅयफ्रेंड ने युवती की बेरहमी से हत्या करने के बाद बाहर से दरवाजे की कुंडी बंद कर मौके से भागकर हरियाणा आ गया था।
पकड़े जाने के डर से उसने रास्ते में अपना मोबाइल भी फेंक दिया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी जांच करते हुए 24 घंटे के अंदर आरोपी हिमांशु को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी दक्षिण जिला अंकित चौहान का कहना है कि दिल्ली और हरियाणा में लगभग 50 किलोमीटर के दायरे में लगे 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की गई। जिसके बाद हरियाणा के एक गिरोह से जुड़े अपराधी, हिमांशु की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया सका।
सात अक्टूबर की शाम कोटला मुबारकपुर थाना पुलिस को पीसीआर काॅल प्राप्त हुई जिसमें कोटला मुबारकपुर स्थित एक घर की सीढ़ियों पर खून के धब्बे देखे गए। दरवाजा खोलने पर 25 साल की एक युवती कमरे के अंदर खून से लथपथ पड़ी मिली, उसके चेहरे और गर्दन पर चोट के निशान थे। कमरे में सामान बिखरा पड़ा था।
मृतका की पहचान साक्षी गुरुंग के रूप में हुई। वह पहली मंजिल पर किराये पर रहती थी। एफएसएल और अपराध टीमों को घटनास्थल से बीयर की बोतलें, खून से सने कपड़े और चाकू का हैंडल सहित विभिन्न साक्ष्य मिले।
जांच से पता चला कि साक्षी गुरुंग के माता-पिता की कुछ साल पहले मृत्यु हो गई थी। कोविड-19 महामारी के दौरान उसकी मां की मृत्यु हो गई उसके दो साल बाद पिता का भी निधन हो गया। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। दिल्ली में उसका कोई करीबी रिश्तेदार नहीं है।
एसीपी सोमनाथ परुति व अरविंद कुमार के नेतृत्व में करीब दस टीमों का गठन किया गया। जांच के दौरान घटनास्थल पर कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं मिला, जिससे संदिग्ध के बारे में कोई सुराग मिल सके।
सीसीटीवी फुटेज की जांच से एक युवक घटना के समय युवती की इमारत से तेजी से उतरते देखा गया। रात में दृश्यता कम होने के कारण फुटेज अस्पष्ट था, लेकिन फुटेज से पता चला कि आरोपी दो दिन से युवती के साथ रुका हुआ था।
जिसके बाद पुलिस टीमों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए, विभिन्न रास्तों पर लगे कई सीसीटीवी की जांच कर आरोपी की गतिविधियों का पता लगाना शुरू किया। युवती का मोबाइल भी गायब था।
पुलिस को गुमराह करने और पहचान में देरी करने के मकसद से आरोपी मृतक युवती का मोबाइल अपने साथ लेकर चला गया था। सीसीटीवी से उसके भागने का रास्ता रोहतक की ओर जाने का पता चला। जिसके बाद उसे हांसी से दबोच लिया गया। हिमांशु, ढाणा खुर्द, हरियाणा का रहने वाला है। उसके खिलाफ हरियाणा में दस से अधिक मामले दर्ज हैं।
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