कुछ पल पहले वहां होता तो नहीं बच पाता! दिल्ली धमाके के गवाहों ने सुनाई दहशत भरी कहानी
दिल्ली में हुए धमाके के गवाहों ने घटना की भयावहता बताई। उन्होंने बताया कि कैसे वे बाल-बाल बचे और धमाके के बाद मची अफरा-तफरी का मंजर कैसा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है और धमाके के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

लाल किला के आगे हुए बम विस्फोट में क्षतिग्रस्त वाहनों की आग बुझाते दमकल कर्मी तथा लोगों की भीड़। जागरण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में सोमवार शाम लाल किला के पास हुए भीषण धमाके के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की दुकानों और गाड़ियों के शीशे चकनाचूर हो गए। कई लोगों ने बताया कि उन्हें लगा जैसे भूकंप आया हो।
पहाड़गंज के एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “मैं तो बाल-बाल बच गया। मेरा भाई चांदनी चौक सामान लेने गया था। मैं उसे लाल किले के सामने बुला रहा था, लेकिन वह नहीं आया। कुछ देर में ही जोरदार धमाका हुआ।”
पानीपत से आए महेश नाम के एक व्यक्ति ने कहा कि “ब्लास्ट इतना तगड़ा था कि लगा बाजार में बहुत बड़ा विस्फोट हुआ है।” वहीं सूरज नाम के युवक ने बताया कि “धमाके के वक्त धरती हिल गई थी, सारी दुकानें हिल गईं और आसपास की कारों के शीशे टूट गए।”
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाके के तुरंत बाद चारों ओर धुआं और चीख-पुकार मच गई। मौके पर फॉरेंसिक टीम, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अन्य जांच एजेंसियां पहुंच गईं। बताया जा रहा है कि करीब 30 से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए हैं, जबकि लोकनायक अस्पताल में मृतकों के शव पहुंचने का सिलसिला जारी है।
जांच एजेंसियां धमाके की वजह का पता लगाने में जुटी हैं, वहीं क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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