दिल्लीवालों को प्रदूषण से जल्द मिलेगी मुक्ति, अगले तीन दिनों में कभी भी हो सकती है कृत्रिम बारिश, स्पेशल एयरक्राफ्ट तैयार
दिल्ली में कृत्रिम वर्षा कराने की तैयारी पूरी हो गई है। आईआईटी कानपुर की टीम बादलों का इंतजार कर रही है। मौसम अनुकूल होते ही कृत्रिम वर्षा कराई जाएगी, जिससे दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम करने में मदद मिलेगी और लोगों को स्वच्छ हवा मिलेगी।
-1761223305351.webp)
दिल्ली वासियों को प्रदूषण से मिलेगी राहत।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रदूषण की मार झेल रहे दिल्ली वासियों को कृत्रिम वर्षा की राहत देने के लिए आइआइटी कानपुर तैयार है। कृत्रिम वर्षा का सफल प्रयोग कर चुकी आइआइटी विज्ञानियों की टीम ने पूरी तैयारी कर रखी है। कृत्रिम वर्षा के लिए दिल्ली के आसमान में बादलों और नमी की मौजूदगी जरूरी है।
बादलों के आने का इंतजार
आइआइटी की टीम को बादलों के ऐसे झोंके आने का इंतजार है जिनकी मदद से कृत्रिम वर्षा कराई जा सके। टीम को दिल्ली में बादलों के आने का इंतजार है। कृत्रिम वर्षा कराने के लिए आइआइटी का सेसना विमान भी तैयार है और अन्य तैयारियां भी हो चुकी है। केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुमति मिलने के साथ ही दिल्ली सरकार के साथ भी सहमति हो चुकी है।
आइआइटी निदेशक व कृत्रिम वर्षा तकनीक का अनुसंधान करने वाले प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि कृत्रिम वर्षा का प्रयोग आइआइटी कानपुर ने 2023 में सफलता के साथ पूरा किया था। इससे पहले प्रयोग की तैयारी और अनुसंधान में छह साल से अधिक का समय लग गया था।
दिल्ली में क्लाउड सीडिंग से वर्षा कराने के लिए आइआइटी की टीम तैयार है। केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार की अनुमति भी मिल चुकी है। अब मौसम अनुकूल होने का इंतजार है।
प्रो. मणींद्र अग्रवाल, निदेशक आइआइटी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।