Delhi Air Pollution: GRAP-3 हटाया, जहर नहीं हटा... दिल्ली-NCR फिर से बना गैस चैंबर
दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों की शुरुआत के साथ हवा की गुणवत्ता फिर से खराब हो गई है। CPCB के अनुसार, दिल्ली का AQI 201 दर्ज किया गया, जो सांस की बीमारियों का कारण बन सकता है। GRAP का तीसरा चरण हटने के बाद भी प्रदूषण कम नहीं हुआ है।

प्रदूषण कम करने के लिए एंटी-स्मॉग गन से इंद्रलोक में पानी का छिड़काव। ध्रुव कुमार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दियों की शुरुआत के साथ ही दिल्ली-NCR की हवा एक बार फिर जानलेवा हो गई है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के रियल-टाइम डेटा के मुताबिक, दोपहर करीब 1:30 बजे दिल्ली का एवरेज एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 201 रिकॉर्ड किया गया। यह लेवल लंबे समय तक रहने पर सांस की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की समस्या वाले लोगों के लिए।
शहर में पॉल्यूशन की एक मोटी परत जम गई है, जिससे विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम हो गई है। रियल-टाइम मॉनिटरिंग स्टेशनों के डेटा के मुताबिक, दिल्ली और आसपास के बड़े इलाकों में पॉल्यूशन का लेवल खतरनाक बना हुआ है।
| स्थान | AQI स्तर | श्रेणी | प्रमुख प्रदूषक |
|---|---|---|---|
| दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ टूल इंजीनियरिंग | 201 | खराब (Poor) | PM2.5 |
| दिल्ली कैंट | 197 | मध्यम (Moderate) | PM10 |
| दिल्ली जिमखाना क्लब | 210 | खराब (Poor) | PM2.5 |
| गाजियाबाद | 200 | मध्यम (Moderate) | PM2.5, PM10 |
| नोएडा | 193 | मध्यम (Moderate) | PM2.5 |
| ग्रेटर नोएडा | 196 | मध्यम (Moderate) | PM10 |
GRAP का तीसरा फेज हटा, कोई राहत नहीं
हालांकि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा फेज़ कुछ दिन पहले हटा दिया गया था, लेकिन प्रदूषण का लेवल कम नहीं हुआ है। तीसरे फेज के दौरान लगाई गई मुख्य पाबंदियों में स्कूलों में स्पोर्ट्स एक्टिविटीज पर बैन, कंस्ट्रक्शन के काम पर रोक, प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों पर कड़ी नजर रखना और सड़क की धूल कम करने के लिए पानी के स्प्रिंकलर और टैंकर लगाना शामिल था। इन पाबंदियों के हटने के बाद भी, हवा की क्वालिटी में कोई सुधार नहीं हुआ, जिससे हेल्थ एक्सपर्ट्स और नागरिकों में चिंता बढ़ गई।
एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि GRAP उपायों को असरदार तरीके से लागू किए बिना प्रदूषण को कंट्रोल करना मुश्किल होगा। लोगों से बाहर कम निकलने, मास्क इस्तेमाल करने और बच्चों और बुज़ुर्गों की सुरक्षा पर खास ध्यान देने की अपील की गई है।
शुक्रवार सुबह की स्थिति
अभी, रोहिणी, चांदनी चौक और वज़ीरपुर सबसे ज़्यादा प्रदूषित इलाकों में से हैं। रोहिणी में AQI 527 दर्ज किया गया, जबकि चांदनी चौक 500 और वज़ीरपुर 489 तक पहुंच गया। आया नगर, जहांगीरपुरी, नोएडा सेक्टर 116, IGI एयरपोर्ट, अलीपुर, DTU और इंदिरापुरम भी सबसे प्रदूषित इलाकों में शामिल हैं।

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