घने कोहरे के बीच दिल्ली की हवा 'गंभीर' श्रेणी के मुहाने पर, 398 रहा AQI; दो दिनों तक और बिगड़ेंगे हालात
दिल्ली में शनिवार को स्माग की परत छाई रही जिससे वायु गुणवत्ता 'गंभीर' स्तर के करीब पहुंच गई। शाम चार बजे दिल्ली का औसत एक्यूआइ 398 रिकार्ड किया गया। क ...और पढ़ें
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दिल्ली में शनिवार को दिन भर स्मॉग की परत छाई रही।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में शनिवार को दिन भर स्मॉग की परत छाई रही। ठंड, कोहरे, आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हवा की रफ्तार भी कम होने से वायु गुणवत्ता 'गंभीर' स्तर के मुहाने पर पहुंच गई। शाम चार बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआइ 398 रिकार्ड किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी की निर्धारित सीमा से मात्र तीन अंक कम था। हालांकि वैसे देर शाम यह 400 का आंकड़ा पार कर भी गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के समीर एप की प्रति घंटा एक्यूआई रीडिंग से पता चला कि शाम के समय वायु गुणवत्ता और बिगड़ गई। शाम पांच बजे एक्यूआइ 401 और रात आठ बजे यह 405 दर्ज किया गया। उधर शहर भर के 40 निगरानी केंद्रों में से 22 ने जहां ''गंभीर'' गंभीर श्रेणी में एक्यूआई दर्ज किया, वहीं 17 ने ''अत्यंत खराब'' श्रेणी में रीडिंग दर्ज की। चांदनी चौक में एक्यूआई सबसे खराब रहा, जहां यह 464 दर्ज किया गया, जो ''अति गंभीर में आता है।
विशेषज्ञों के अनुसार बादलों और हवा में मौजूद प्रदूषकों के कारण सूर्य लगभग पूरी तरह से ढका हुआ था, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई थी। आइआइटीएम पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को वाहनों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण रहा, जो 17.5 प्रतिशत तक था, जबकि दिल्ली-एनसीआर और उसके आसपास के उद्योगों का योगदान 8.9 प्रतिशत रहा। आवासीय स्रोतों से 4.3 प्रतिशत प्रदूषक निकले, जबकि 1.5 प्रतिशत प्रदूषण खुले में बायोमास जलाने से हुआ।
एनसीआर जिलों में, झज्जर का योगदान सबसे अधिक 16.5 प्रतिशत रहा, उसके बाद भिवानी का 4.2 प्रतिशत, रोहतक का लगभग 4.38 प्रतिशत और गुरुग्राम का 2.1 प्रतिशत रहा। वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता अगले दो दिन रविवार व सोमवार को 'गंभीर' श्रेणी में रहने की संभावना है, हालांकि मंगलवार को इसमें मामूली सुधार होकर यह 'बहुत खराब' श्रेणी में आ जाएगी।
यह पूर्वानुमान प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण है, जिसमें वेंटिलेशन इंडेक्स 6,000 वर्ग मीटर प्रति सेकंड से नीचे और औसत हवा की गति 10 किमी/घंटा से कम रही है। ये स्थितियां प्रदूषकों के फैलाव के लिए अनुकूल नहीं हैं। राजधानी के कई हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता कम हो गई, जैसा कि मौसम विभाग ने पहले ही पूर्वानुमान लगाया था।

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