स्वजन की नाराजगी से बचने के लिए खुद गढ़ी लूट की कहानी
लूट के मामले को सुलझाते हुए द्वारका जिला पुलिस को पता चला कि खुद शिकायकर्ता ने ही लूट की लूट के मामले को सुलझाते हुए द्वारका जिला पुलिस को पता चला कि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : लूट के मामले को सुलझाते हुए द्वारका जिला पुलिस को पता चला कि खुद शिकायतकर्ता ने ही लूट की कहानी केवल इसलिए गढ़ी क्योंकि वह कर्ज की अदायगी नहीं कर पा रहा था। कर्ज अदा करने के लिए उसने अपनी सोने की चेन बेच दी ,लेकिन उसे लगा कि चेन बेचे जाने की बात सुनकर स्वजन नाराज होंगे। ऐसे में उसने लूट की कहानी गढ़ डाली।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार मीणा ने बताया कि दो नवंबर को आकाश हॉस्पीटल से सूचना मिली कि एक शख्स यहां उपचार के लिए आया। चिकित्सकों ने इसके चोट को सामान्य करार दिया। पुलिस को प्रवेश ने बताया कि वह शेख सराय स्थित एक कॉलेज के कंप्यूटर लैब में काम करता है। घटना वाले दिन वह अपने साथी रुद्रभान सिंह के साथ मोटरसाइकिल से आ रहा था। वर्धमान मार्केट के पास सफेद रंग की स्कूटी पर सवार तीन लड़कों ने उससे सोने की चेन व आइफोन लूट लिया। इसने बदमाशों द्वारा हथियार से वार करने की भी बात भी कही। डाबड़ी सबडिवीजन के एसीपी की देखरेख में पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी छानबीन की मदद लेते हुए उस रास्ते पर गौर किया जिस रास्ते यह शख्स घटना वाले दिन गुजरा था। इस बीच पुलिस को शिकायतकर्ता की गतिविधि कुछ संदिग्ध नजर आई। जब पुलिस ने एक बार फिर से उससे पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। उसने कहा कि उसने करीब 55 हजार का कर्ज लिया था, लेकिन पैसे की कमी के कारण वह किश्तों की अदायगी नहीं कर पा रहा था। ऐसे में उसने अपनी सोने की चेन बेच दी। जो पैसे उसे मिले इससे उनसे कर्ज की रकम अदा की। शेष बचे पैसे में कुछ रकम बैंक में जमा कर दी और कुछ रकम अपने पास रख लिए। लेकिन इस बात के डर से सोने की चेन बेचे जाने की बात से स्वजन नाराज नहीं हो जाएं, उसने लूट की कहानी गढ़ी। उसने कहा कि ब्लेड से खुद शरीर पर खरोंचकर उसने जख्म के निशान बनाए।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।