Delhi Blast Reason: धमाके में आरडीएक्स का हुआ प्रयोग? ये 5 बातें आतंकी हमले की ओर कर रहीं इशारा
दिल्ली में लाल किले के सामने एक शक्तिशाली धमाका हुआ, जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दी। धमाके से आसपास के इलाके में कंपन महसूस हुआ और इमारतों के शीशे टूट गए। धमाके के कारणों को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन विस्फोट की तीव्रता को देखते हुए आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है।
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जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। यह धमाका इतना जबरदस्त था कि करीब पांच किमी दूर तिलक ब्रिज तक उसकी आवाज सुनाई पड़ी। जबकि, एक किमी के दायरे में धरती हिल गई। घरों, दुकानों के साथ ही कार्यालयों के शीशे तक टूट गए। पुरानी दिल्ली व राजघाट की ओर से बड़ी तादात में पक्षी उड़ते हुए नई दिल्ली की ओर आने लगे। सिविक सेंटर के कर्मियों ने भी धमाका सुनने की बात कहीं।
भागीरथ पैलेस के कारोबारी संगठन के अध्यक्ष राधे श्याम मिश्रा ने बताया कि उनके बाजार के कई दुकानों के न सिर्फ शीशे टूट गए, बल्कि तेज धमाके के साथ कंपन महसूस किया गया है ऐसे में लोगों में इस धमाके की चर्चा काफी देर तक रही कि यह क्या है। टायर फटने या सिलेंडर ब्लास्ट के कयासों के आधे घंटे बाद यह जानकारी मिली कि लालकिला के सामने धमाका हुआ है।

ये बातें आतंकी हमले की ओर कर रहा है इशारा
- धमाके की तीव्रता इतनी तेज थी कि करीब चार किलोमीटर दूर आइटीओ तक आवाज सुनाई दी
- हरियाणा नंबर की जिस आइ-20 कार मेंं धमाका हुआ उसके परखच्चे उड़ गए
- घटनास्थल से करीब 250 मीटर दूर तक कारों के पार्ट्स जा गिरे
- लाल किला के सामने चांदनी चौक की तरफ कई दुकानों के शीशे टूट गए
- धमाके की तीव्रता और मलबे का स्वरूप दर्शाता है कि इसमेें उच्च तीव्रता वाले विस्फोटक जैसे आरडीएक्स का प्रयोग हुआ हो न कि सामान्य ईंधन रिसाव से हुआ विस्फोट

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