लड़कियों और महिलाओं की अश्लील तस्वीरे लेता, फिर ब्लैकमेल कर करता था उगाही; क्राइम ब्रांच ने दबोचा
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो नाबालिग लड़कियों और महिलाओं की अश्लील तस्वीरें लेकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। आरोपी सोशल मीडिया से तस्वीरें हासिल करता और फिर उन्हें सार्वजनिक करने की धमकी देकर पैसे वसूलता था। क्राइम ब्रांच ने तकनीकी जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया और पीड़ितों से शिकायत दर्ज कराने की अपील की है।

महिलाओं और लड़कियों को बहला-फुसलाकर अश्लील तस्वीरें लेकर ब्लैकमेल करनेवाला आरोपी गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। फेसबुक पर फिशिंग लिंक के माध्यम से नाबालिग लड़कियों व महिलाओं को बहला-फुसला कर उनकी अश्लील तस्वीरें लेकर ब्लैकमेल कर उगाही करने वाले एक आरोपित को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। पैसा देने से इन्कार करने पर वह लड़कियों व महिलाओं की अश्लील तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी देता था।
फिशिंग तकनीक के माध्यम से वह लड़कियों व महिलाओं के इंटरनेट मीडिया अकाउंट तक पहुंच प्राप्त करता था। आरोपित ने पढ़ाई करने वाली एक किशोरी की भी अश्लील तस्वीरें प्राप्त कर उसने उगाही करने की कोशिश की थी। उक्त मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद पिछले चार साल से वह फरार था।
डीसीपी आदित्य गौतम के मुताबिक, गिरफ्तार किए आरोपित का नाम सुमित कुमार है। नाबालिग लड़की के साथ हैकिंग, ब्लैकमेलिंग, यौन शोषण और जबरन वसूली के मामले में सुमित कुमार के खिलाफ द्वारका दक्षिण थाने में 2020 में पाक्सो और आइटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज है। मार्च 2021 में उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। 2020 में फेसबुक पर फिशिंग लिंक के माध्यम से एक नाबालिग लड़की को बहकाकर उसने उसे अश्लील तस्वीरें साझा करने के लिए मजबूर किया था।
मामले में गिरफ्तार करने के बाद जमानत मिल जाने पर कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए वह बिहार स्थित अपने पैतृक गांव भाग गया था। महीनों की तकनीकी और खुफिया जानकारी के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे नोएडा के सेक्टर-128 से गिरफ्तार कर लिया। एक महिला ने आरोप लगाया था कि उसकी नाबालिग बेटी को उसके पूर्व शिक्षक की हैक की गई आइडी से एक फेसबुक मैसेज मिला था।
सुमित कुमार ने झूठा दावा किया था कि उसकी नग्न तस्वीरें आनलाइन पर उपलब्ध हैं। फिशिंग लिंक भेजकर उसने लड़की की मां से फेसबुक संबंधी जानकारी मांगी। लागइन करने पर आरोपित ने उसका अकाउंट हैक कर लिया और पीड़िता को डर और धोखे में रखकर अश्लील तस्वीरें साझा करने के लिए मजबूर किया। उसने शिकायतकर्ता को छेड़छाड़ की हुई तस्वीरें भेजकर ब्लैकमेल भी किया और पैसे न देने पर उन्हें प्रसारित करने की धमकी दी थी।
पुलिस का कहना है कि वह एक आदतन साइबर अपराधी है। इससे पहले उसे मालवीय नगर के एक मामले में 2020 में गिरफ्तार किया गया था। उस मामले में उसने एक महिला से संपर्क करके झूठा दावा किया कि उनकी अश्लील तस्वीरें आनलाइन लीक हो गई हैं। फिर उसने फिशिंग लिंक साझा किए, उनके इंटरनेट मीडिया क्रेडेंशियल प्राप्त किए और उनके अकाउंट हैक कर पैसे ऐंठ लिए।
एसीपी रमेश चंद्र लांबा, इंस्पेक्टर पंकज मलिक और रोहित कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसे रविवार को गिरफ्तार किया। वह नोएडा के साहपुर गांव में एक शराब की दुकान में काम कर रहा था। दिल्ली में मुकदमा दर्ज होने पर वह अपने पैतृक गांव, मधुबनी, बिहार भाग गया था।
उसने हाल ही में नोएडा में हाउसकीपिंग सुपरवाइजर के रूप में काम पकड़ा था। उसे विश्वास था कि दिल्ली पुलिस उसका पता नहीं लगा पाएगी। इस तरह के अपराध करने के पीछे उसका मकसद फिशिंग तकनीकों के माध्यम से लड़कियों के इंटरनेट मीडिया अकाउंट तक पहुंच प्राप्त कर आनलाइन जबरन वसूली और ब्लैकमेल करके आसानी से पैसा कमाना था।

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