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    कई दिनों तक ईमेल से धमकी... अब छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की कोशिश, दिल्ली के विश्वविद्यालय में हैवानियत का खुलासा

    Updated: Tue, 14 Oct 2025 08:03 PM (IST)

    मैदानगढ़ी थाना क्षेत्र स्थित साउथ एशियन यूनिवर्सिटी परिसर में मोतिहारी (बिहार) की रहने वाली बी.टेक प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ एक गार्ड समेत चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास किया। घटना 12 अक्टूबर की शाम की है। दो दिन तक न तो पुलिस को बुलाया गया और न ही छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया गया।

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    छात्रा के साथ एक गार्ड समेत चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास किया। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। मैदानगढ़ी थाना क्षेत्र स्थित साउथ एशियन यूनिवर्सिटी परिसर में मोतिहारी (बिहार) की रहने वाली बी.टेक प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ एक गार्ड समेत चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास किया। घटना 12 अक्टूबर की शाम की है। दो दिन तक न तो पुलिस को बुलाया गया और न ही छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया गया।

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    इसी बीच, एक परिचित से सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और मंगलवार को उसका मेडिकल परीक्षण किया और बयान दर्ज किया। पीड़िता ने एक गार्ड, दो छात्रों और एक अज्ञात व्यक्ति पर आरोप लगाया है।

    पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और सहपाठियों के बयान भी लिए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच में पुलिस को पूरा सहयोग देने की बात कही है।

    प्राथमिकी के अनुसार, 12 अक्टूबर की रात 8 बजे पीड़िता मेस हॉल जाने वाले रास्ते में एक निर्माणाधीन इमारत के पास बैठी थी। वह मानसिक रूप से परेशान थी। वहां एक गार्ड तैनात था। उसने किसी को फोन किया, लेकिन पीड़िता उनकी बातचीत नहीं सुन पाई। कुछ ही देर बाद, एक अधेड़ उम्र का आदमी वहां पहुंचा। पहले तो दोनों आपस में बातें करते रहे। फिर वे उसके पास खड़े होकर उससे पूछताछ करने लगे।

    इसी बीच, दो लड़के दौड़कर आए और छात्रा से पूछा कि वह वहाँ क्यों आई है। जैसे ही वह उठी और सीढ़ियों से नीचे जाने लगी, उनमें से एक ने उसके कंधे पकड़े और उसकी जैकेट उतारने की कोशिश की। दूसरे ने उसकी आँख में उँगली डालकर उसे ऊपर की ओर खींचने लगा। आरोपी उसे घसीटकर पास के एक खाली कमरे में ले गए।

    इसी बीच, उन्होंने उसे कोई दवा देने की कोशिश की। तभी मेस का एक कर्मचारी एक ठेले के साथ वहाँ पहुँचा। उन्हें आते देख, चारों आरोपी भाग गए। इस पूरी घटना में सबसे चौंकाने वाला रवैया हॉस्टल इंचार्ज का था। उन्हें पिछली रात ही सूचना दे दी गई थी। घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़िता की मदद करने के बजाय, उन्होंने उसे सुबह आने को कहा।

    इसके अलावा, उन्होंने पुलिस को बुलाने या उसे अस्पताल ले जाने की बात भी अनसुनी कर दी, बल्कि उसे कपड़े बदलने और नहलाने का निर्देश दिया। सोमवार सुबह, जब वह वीडियो कॉल करके अपने परिवार को अपनी आपबीती बता रही थी, तो उसे रोक दिया गया। पुलिस के अनुसार, उन्हें 12 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे छात्रा से यौन उत्पीड़न की सूचना मिली।

    पुलिस मौके पर पहुंची, पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया और उसे काउंसलिंग के लिए भेज दिया। पीड़िता इस घटना से काफी डरी हुई थी। मंगलवार को उसके बयान के आधार पर आईपीसी की धारा 70, 62, 123, 140 (3), 115 (2), 126 (2) और 3 (5) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।

    छात्रा को कई दिनों से मिल रहे थे धमकी भरे ईमेल

    पिछले कई दिनों से छात्रा को "आर्यन यश" नाम से ईमेल आ रहे थे। पहले ईमेल में उसे रात 11:27 बजे गेस्ट हाउस में मिलने के लिए कहा गया था। छात्रा ने इसे नज़रअंदाज़ कर दिया। अगले दिन, उसी नाम से एक और ईमेल आया। छात्रा को धमकी दी गई और बी-1 ब्लॉक के बाहर मिलने के लिए कहा गया।

    कुछ अश्लील इमोजी भी भेजे गए। छात्रा ने अपने दोस्तों को घटना के बारे में बताया। वे सभी बताए गए समय पर चुपके से वहाँ पहुँच गए, लेकिन वहाँ कोई नहीं मिला। फिर, 12 अक्टूबर की शाम 6 बजे, व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर एक मैसेज आया। इस बार, छात्रा की एक एडिट की हुई तस्वीर भेजी गई थी। उसे धमकी दी गई थी कि अगर वह समय पर गेट 3 पर नहीं पहुँची, तो उसे बदनाम कर दिया जाएगा। इसी तनाव के चलते, वह मेस जाते हुए एक निर्माणाधीन इमारत के पास बैठ गई।