दिल्ली पुलिस ने CM रेखा गुप्ता पर हमले के आरोपित के खिलाफ दायर की 400 पेज की चार्जशीट
दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के आरोपी खिमजी भाई के खिलाफ 400 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट के आवारा कुत्तों से जुड़े फैसले के समर्थन के कारण आरोपी ने राजकोट से आकर अपने दोस्त की मदद से रेखा गुप्ता पर हमला किया। पुलिस ने हत्या के प्रयास समेत कई धाराएं लगाई हैं और साजिश में शामिल दोस्त को भी गिरफ्तार किया है।
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सीएम रेखा गुप्ता पर हमले के आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दायर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के आरोपित खिमजी भाई के खिलाफ पुलिस ने 400 पेज की चार्जशीट अदालत में प्रस्तुत की है। पुलिस का कहना है कि आवारा कुत्तों को आश्रय स्थल में भेजने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का समर्थन करने के कारण आरोपित नाराज था। इसी वजह से उसने राजकोट से आकर अपने दोस्त की मदद से इस वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने प्रारंभ में बीएनएस की तीन धाराओं के तहत हत्या का प्रयास, सरकारी कर्मचारी को चोट पहुंचाने और सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया था। बाद में आपराधिक साजिश रचने, साक्ष्य मिटाने और आर्म्स एक्ट की धाराएं भी जोड़ दीं।गत 20 अगस्त को मुख्यमंत्री के सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में जनसुनवाई चल रही थी।
इसी दौरान राजकोट के निवासी राजेश भाई खिमजी भाई सकरिया शिकायतकर्ता बनकर कार्यालय में घुस आया। जनसुनवाई शुरू होने के 30 मिनट बाद, यानी 8.30 बजे, उसने मुख्यमंत्री पर हमला कर दिया। उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। चार दिन बाद पुलिस ने राजकोट से उसके दोस्त तहसीन को भी गिरफ्तार किया। तहसीन ने दिल्ली आने के दौरान सकरिया को आनलाइन दो हजार रुपये भेजे थे और हमले में उसकी मदद की थी।
इस मामले में पुलिस ने 400 पेज की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें दोनों आरोपितों को मुख्यमंत्री पर हमले का साजिशकर्ता बताया गया है। आरोप पत्र में 60 गवाहों का उल्लेख किया गया है, जिनमें अधिकांश चश्मदीद हैं। आरोप पत्र में मुख्यमंत्री का बयान भी शामिल है। पुलिस को अभी कुछ फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है, हालांकि अधिकांश रिपोर्ट पहले ही प्राप्त हो चुकी हैं। पुलिस ने मुख्यमंत्री के शालीमार बाग स्थित आवास से सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए हैं, जिसमें सकरिया को अंदर देखा गया है।
जांच में यह भी पता चला कि सकरिया घटना से एक दिन पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचा था और फिर करोल बाग स्थित हनुमान मंदिर गया। प्रारंभिक योजना कथित तौर पर जनसुनवाई कार्यक्रम में चाकू ले जाने की थी, लेकिन बाद में कैंप कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए उसने चाकू झाड़ी में फेंक दिया, जिसे पुलिस ने कुछ दिन बाद बरामद कर लिया।
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