आखिरी सांस तक बदमाशों को नहीं छोड़ा
आनंद विहार इलाके में मोटरसाइकिल सवार बदमाशों द्वारा तांबा कारोबारी के कर्मचारी से आठ लाख रुपये की लूट के बाद बदमाशों को पकड़ने आए युवक की गोली मारकर हत्या करने की एक सीसीटीवी फुटेज शनिवार को सामने आई। सीसीटीवी फुटेज में मोहित की बहादुरी स्पष्ट देखने को मिल रही है। घटना स्थल पर कई लोग मौजूद थे, लेकिन पिस्टल से लैस बदमाशों का सामना करने वाले मोहित अकेले थे।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : आनंद विहार इलाके में मोटरसाइकिल सवार बदमाशों द्वारा तांबा कारोबारी के कर्मचारी से आठ लाख रुपये की लूट के बाद बदमाशों को पकड़ने आए युवक की गोली मारकर हत्या करने की एक सीसीटीवी फुटेज शनिवार को सामने आई। सीसीटीवी फुटेज में मोहित की बहादुरी स्पष्ट देखने को मिल रही है। घटना स्थल पर कई लोग मौजूद थे, लेकिन पिस्टल से लैस बदमाशों का सामना करने वाले मोहित अकेले थे। फुटेज में दिख रहा है कि उन्होंने चलती मोटरसाइकिल से एक बदमाश को खींचकर जमीन पर गिरा दिया और अपनी आखिरी सांस तक उसे नहीं छोड़ा। इस दौरान घटनास्थल पर मौजूद भीड़ मदद करने की जगह तमाशबीन बनी रही। अगर लोगों ने हिम्मत दिखाया होता तो किसी के घर का चिराग बुझने से रह जाता और बदमाश भी पुलिस की गिरफ्त में होते। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश आराम से मोटरसाइकिल से जाते दिख रहे हैं।
यह सीसीटीवी फुटेज शुक्रवार रात आठ बजकर 18 मिनट की है। यह पूरी घटना जागृति एंक्लेव के उस कोठी के कैमरे में कैद हुई, जहां मोहित कार चलाने का काम करते थे।
मोहित बी ब्लॉक नंबर-4 जगतपुरी में किराये के एक मकान में परिवार के साथ रहते थे। परिवार में पिता राजकुमार गौतम, मां सरला, एक बहन व एक भाई है, जो मोहित से छोटे हैं। मोहित जागृति एंक्लेव स्थित एक कोठी में आठ साल से कार चलाने का काम करते थे। इस कोठी से थोड़ी दूरी पर वीके जैन नाम के तांबा कारोबारी का ऑफिस है। जैन के यहां पर सुरेंद्र नाम का शख्स कैश लाने ले जाने का काम करता है। वह शुक्रवार रात करीब 8 बजकर 12 मिनट पर कलेक्शन करके ऑफिस के बाहर पहुंचा। उसी वक्त तीन से चार मोटरसाइकिलों पर छह से सात बदमाश वहां पहुंचे और उन्होंने सुरेंद्र से रुपयों से भरा बैग लूट लिया। जब बदमाश बैग लेकर भागने लगे तो सुरेंद्र ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर मोहित भी सड़क पर पहुंच गए और जिस बदमाश के पास बैग था, उसे चलती मोटरसाइकिल से खींचकर जमीन पर गिरा दिया और उसके पैर को जकड़ लिया। बदमाश के अन्य साथी खुद को घिरा पाकर वहां से आगे निकल गए, लेकिन दो मिनट बाद ही वह मोटरसाइकिल से पिस्टल लहराते हुए मौके पर पहुंचे। उन्हें देखकर वहां खड़ी भीड़ साइड हो गई। बदमाशों ने अपने साथी को छुड़ाने के लिए पहले मोहित को पीटा, लेकिन मोहित ने फिर भी बदमाश के पैर को नहीं छोड़ा तो एक बदमाश ने उनके पेट में गोली कार दी। गोली लगने के बाद मोहित घायल हो गए और उन्होंने बदमाश को छोड़ दिया। जिसे मोहित ने पकड़ा था, जाते समय वह बदमाश भी गोलियां मारकर गया। फुटेज में दिख रहा है कि मोहित ने जिस बदमाश को पकड़ा था, उससे चला भी नहीं जा रहा था, चलते चलते वह दो बार गिरा। इसके बाद सड़क पर पड़ी मोटरसाइकिल को दोनों बदमाशों ने उठाया और वहां से भाग गए। तीन मिनट के अंदर बदमाशों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। पांच मिनट बाद होती वारदात तो बच जाती मोहित की जान
जिस वक्त यह घटना हुई, उस समय मोहित घर जाने के लिए अपनी स्कूटी स्टार्ट कर रहे थे। उन्होंने सड़क पर शोर सुना तो स्कूटी कोठी में छोड़कर सड़क पर चले गए। बदमाशों को पकड़ने के चक्कर वह अपनी जान गंवा बैठे। परिजनों का कहना है कि वारदात पांच मिनट बाद हुई होती तो उनका बेटा जिंदा होता। 25 मिनट बाद मिली पुलिस घटना की जानकारी
बदमाशें ने पांच से सात मिनट के अंदर आठ लाख रुपये लूट लिए और एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। घटनास्थल पर काफी लोग इकट्ठा थे, लेकिन किसी ने पुलिस को सूचना नहीं दी। मोहित के साथ कोठी में काम करने वालों ने उन्हें शांति मुकुंद अस्पताल पहुंचाया, वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। करीब 8:45 बजे अस्पताल के डॉक्टरों ने पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। पुलिस के हाथ खाली, साख पर उठे सवाल
घटना के एक दिन बाद भी पुलिस बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा पाई। इस वारदात से पुलिस की साख पर सवाल उठने लगे हैं। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस घटना पर चुप्पी साध ली है। बदमाशों ने इस घटना को उस दिन अंजाम दिया, जब दिल्ली पुलिस के मुखिया अमूल्य पटनायक शाहदरा जिले के सीमापुरी थाने में ई-मालखाने का उद्घाटन करने आए थे। पुलिस कितनी सतर्क थी, इस घटना ने बता दिया। अधिकारी इस घटना पर बोलने से कतरा रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही पुलिस बदमाशों की पहचान करने में जुटी है। वहीं जिस व्यक्ति से लूट हुई, उससे पूछताछ कर रही है। इस घटना को लेकर शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त मेघना यादव को कई बार फोन व मैसेज किए गए, लेकिन उन्होंने कुछ जवाब नहीं दिया।
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