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    दिल्ली के एक व्यापार मेले में सैनिकों के लिए आधुनिक बुलेटप्रूफ जैकेट का प्रदर्शन, क्या हैं खासियतें

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 03:36 AM (IST)

    एक व्यापार मेले में सैनिकों के लिए आधुनिक बुलेटप्रूफ जैकेट का प्रदर्शन किया गया। यह जैकेट हल्का, आरामदायक और उच्च सुरक्षा प्रदान करने वाला है। यह विभिन्न गोलियों और विस्फोटों से सैनिकों की रक्षा करता है। मेले में जैकेट की सुरक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया, जिसने दर्शकों को प्रभावित किया और इसकी प्रभावशीलता को साबित किया।

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    एक व्यापार मेले में सैनिकों के लिए आधुनिक बुलेटप्रूफ जैकेट का प्रदर्शन किया गया।

    लोकेश शर्मा, नई दिल्ली। भारत मंडपम में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के रक्षा मंडप में व्यक्तिगत सुरक्षा प्रणाली (आईपीएस) और आधुनिक बुलेटप्रूफ जैकेट सबसे ज़्यादा चर्चा का विषय रहे हैं। सेना के लिए विकसित इस उन्नत कवच को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ रहे हैं।

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    हर आगंतुक के मन में एक सवाल ज़रूर उठता है: सीमा पर तैनात हमारे सैनिक गोलीबारी और हमलों के दौरान अपनी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करते हैं? इसी जिज्ञासा को शांत करने के लिए, रक्षा विशेषज्ञ और अधिकारी इस तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए मौजूद हैं।

    पूर्व ब्रिगेडियर श्याम मोहन मुरारी ने बताया कि आधुनिक युद्ध के मद्देनजर सुरक्षा उपकरणों में लगातार सुधार हो रहा है। व्यक्तिगत सुरक्षा प्रणाली (आईपीएस) की एक नई पीढ़ी विकसित की गई है, जो सैनिकों को और भी मज़बूत सुरक्षा प्रदान करती है। लेवल 6 बुलेटप्रूफ जैकेट एके-47 से निकलने वाली 7.62 मिमी की हार्ड स्टील कोर वाली गोली से भी सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम है। इसके अलावा, जैकेट में लगे सेंसर वास्तविक समय में सुरक्षा की निगरानी करते हैं और किसी भी नुकसान का तुरंत संकेत देते हैं।

    इस सुरक्षा प्रणाली की प्रमुख विशेषताओं में इसका हल्का और मॉड्यूलर डिज़ाइन शामिल है, जिससे सैनिक बिना थके मिशन पर लंबे समय तक इसे पहन सकते हैं। 360-डिग्री सुरक्षा क्षमता इसे पारंपरिक जैकेटों की तुलना में अधिक प्रभावी बनाती है, जिससे किसी भी दिशा से आने वाली गोलियों का प्रभाव कम होता है।

    जैकेट और हेलमेट दोनों में लगे सेंसर और लोकेशन ट्रैकर लगातार सैनिक की स्थिति पर नज़र रखते हैं। यह जीपीएस-आधारित प्रणाली आपात स्थिति में सैनिक की लोकेशन तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को भेजती है, जिससे बचाव दल घटनास्थल पर जल्दी पहुँच सकता है। इसके अलावा, यह IoT-आधारित प्रणाली आस-पास की किसी भी असामान्य गतिविधि को रिकॉर्ड करने और अलर्ट भेजने में सक्षम है।

    रक्षा मंडप में प्रदर्शित उन्नत हेलमेट भी ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इन हेलमेटों में लगे अगली पीढ़ी के सेंसर दुश्मन की गतिविधियों का पता लगाने और सैनिक को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने की क्षमता रखते हैं। रक्षा उपकरण विशेषज्ञों का कहना है कि इन उन्नत जैकेटों और हेलमेटों का इस्तेमाल विभिन्न अभियानों में किया गया है।

    इन लेवल-5 बुलेटप्रूफ जैकेटों ने उरी ऑपरेशन और कई अन्य महत्वपूर्ण अभियानों के दौरान सैनिकों की जान बचाई थी। इसी तरह के आधुनिक जैकेटों का इस्तेमाल वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में किया था, जिससे सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई थी। इसी प्रकार, सैनिकों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम लेवल-6 बुलेटप्रूफ जैकेट भी पहली बार मेले में प्रदर्शित की जा रही हैं।