नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाला भगोड़ा गिरफ्तार, पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने स्वरूप नगर से नाबालिग का अपहरण और दुष्कर्म करने वाले भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी, निवास सिंह, नाबालिग को बहला-फुसलाकर पटना ले गया था। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। तकनीकी निगरानी से आरोपी का पता चला और उसे लक्ष्मी नगर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार किया।

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने स्वरूप नगर से नाबालिग का अपहरण और दुष्कर्म करने वाले भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने स्वरूप नगर थाना क्षेत्र में नाबालिग का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार करने के एक भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है। वह नाबालिग को बहला-फुसलाकर पटना, बिहार ले गया था और पुलिस पिछले साल मई से ही उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने उसके खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी निवास सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार के अनुसार, पिछले साल 28 मई को शिकायतकर्ता (पीड़िता की माँ) ने स्वरूप नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी सबसे छोटी बेटी 27 मई की दोपहर को लापता हो गई थी। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद, स्थानीय पुलिस ने 15 दिनों के भीतर अपहृत नाबालिग को बरामद कर लिया।
पूछताछ के दौरान, उसने खुलासा किया कि आरोपी निवास सिंह ने उसे बहला-फुसलाकर अगवा किया और उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। मामले में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धाराएँ जोड़ी गईं और स्थानीय पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की, लेकिन वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और फरार रहा। बाद में, इसी साल 26 अप्रैल को, अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया और मामला अपराध शाखा को सौंप दिया गया।
एसीपी नरेंद्र बेनीवाल की निगरानी और इंस्पेक्टर संदीप तुषीर के नेतृत्व में उसे पकड़ने के लिए एक टीम गठित की गई। तकनीकी निगरानी और हेड कांस्टेबल प्रदीप तोमर द्वारा एकत्र की गई जानकारी के आधार पर, आरोपी का स्थान लक्ष्मी नगर में पाया गया। टीम ने छापेमारी की और उसे लक्ष्मी नगर से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान, उसने खुलासा किया कि वह स्वरूप नगर स्थित एक मोबाइल फोन की दुकान पर मोबाइल फोन विक्रेता के रूप में काम करता था। वहाँ, वह नाबालिग पीड़िता को बहला-फुसलाकर पटना ले गया। कुछ दिनों बाद, जब वह दिल्ली लौटा, तो स्थानीय पुलिस ने पीड़िता का पता लगा लिया, लेकिन वह भाग चुका था। वर्तमान में, वह लक्ष्मी नगर स्थित एक मोबाइल फोन की दुकान पर काम कर रहा है।
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