सिर्फ खास वर्ग के लिए है रेल मित्र योजना!
...और पढ़ें

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता : अंग्रेजियत सोच से अब भी कुछ विभागों के अधिकारी निकल नहीं पा रहे हैं। कम से कम भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की 'रेल मित्र' योजना के संबंध में अधिकारियों से यही संकेत मिल रहे हैं। आइआरसीटीसी के अधिकारी बताते हैं कि रेल मित्र योजना आम आदमी के लिए नहीं है। यह एक खास तबके के लिए है, जो 300 रुपये का भुगतान कर सकता है।
आइआरसीटीसी के कई अधिकारी भी इसी सोच से प्रेरित हैं। उन्हें अपने देश का निम्न व मध्यवर्गीय तबका शायद पसंद नहीं। तभी तो स्टेशन परिसर से प्लेटफार्म तक पहुंचाने और ट्रेन में बैठाने के एवज में यात्रियों से 300 रुपये वसूलने की तैयारी में हैं। हालांकि कुलियों का शुल्क भी इसमें शामिल होगा, लेकिन वैध रूप से कुलियों का शुल्क रेलवे द्वारा इतना अधिक नहीं रखा गया है कि आइआरसीटीसी उन्हें भी पैसे देने के नाम पर यात्रियों से 300 रुपये वसूलना शुरू कर दे। अपने तर्क को मजबूत करने के लिए इन अधिकारियों का कहना है कि सामान उठाने के लिए कोई भी उच्च वर्ग का यात्री इस सुविधा का लाभ लेने से नहीं हिचकेगा। जैसे निम्न व मध्य वर्गके यात्री के पास सामानों का बोझ होता ही नहीं।
क्या है योजना
आइआरसीटीसी तथा उत्तर रेलवे मिलकर 'रेल मित्र' के नाम पर कुछ वॉलेंटियर को रखने पर विचार कर रहा है। इसकी शुरुआत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 25 रेल मित्रों से होगी, बाद में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। इसे अप्रैल से शुरू करने की तैयारी है। इस योजना के तहत एक यात्री सहायता फोन नंबर जारी किया जाएगा। यात्री घर से निकलने से पहले फोन कर रेल मित्र की बुकिंग कर सकता है। स्टेशन पहुंचने पर रेल मित्र उस यात्री को रिसीव कर उसे निर्धारित प्लेटफार्म तक आराम से पहुंचाएगा। यदि यात्री के पास सामान है तो उसके लिए कुली की भी व्यवस्था करेगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए यात्री को प्रति टिकट 300 रुपये देने होंगे। इसमेंकुली का भाड़ा भी शामिल होगा। एक टिकट पर अधिकतम छह यात्री सफर कर सकते हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।