Lockdown2: मानसून सीजन में दिल्ली के लोगों के सामने आ सकती है एक और बड़ी समस्या
बरसाती पानी की निकासी के लिए नगर निगम पीडब्ल्यूडी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को नालों की सफाई करवाने की जिम्मेदारी दी गई है।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। कोरोना काल में संकट से जूझ रहे राजधानी के लोगों के लिए भविष्य में भी चुनौतियां कम होती दिख नहीं रही हैं। दरअसल अभी जहां लॉकडाउन के चलते लोग घरों में कैद हैं और गलियां सूनी पड़ी हैं। वहीं आने वाले दिनों में मानसून के सीजन में बारिश से राजधानी की गलियां लॉक होती नजर आएंगी।
लॉकडाउन की वजह से शहर के नालों की सफाई का काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। ऐसे में मानसून आने के बाद दिल्लीवासियों के सामने जलभराव की बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।
राजधानी में जल निकासी की है ये व्यवस्था
बरसाती पानी की निकासी के लिए नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को नालों की सफाई करवाने की जिम्मेदारी दी गई है। नगर निगमों के पास सबसे अधिक नाले हैं। वहीं छोटे नाले नगर निगमों व पीडब्ल्यूडी के पास हैं। छोटे नालों का पानी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के बड़े नालों में गिरता है।
नालों की सफाई का समय
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग पूरे साल तक नालों की सफाई के ठेके देता है और कई बड़े नालों पर सफाई के लिए बड़ी मशीनें लगी हुई हैं। जहां मशीनों से काम नहीं हो सकता है, वहां पर मानसून से पहले सफाई कराता है। ऐसे नालों की संख्या संख्या कम है। नगर निगम और पीडब्ल्यूडी मानसून से पहले नालों की सफाई कराते हैं। लॉकडाउन के चलते यह प्रक्रिया ठप है, जबकि मानसून आने में अब दो माह से भी कम समय बचा है।
अफसर बोले
पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता बीबी मक्कड़ कहते हैं कि अधिकतर डिविजन नालों की सफाई के टेंडर कर दिए गए हैं। लॉकडाउन खुलते ही नालों की सफाई एक माह में पूरा करने का लक्ष्य है। हालांकि, इस बार मजदूरों की बड़ी समस्या आ सकती है। वहीं उत्तरी नगर निगम की आयुक्त वर्षा जोशी ने कहा कि नालों की सफाई का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। इसे 45 दिन में पूरा किया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी के नाले
- 1259 किलोमीटर सड़कों की कुल लंबाई पीडब्ल्यूडी के अधिकार क्षेत्र में है।
- 484 किलोमीटर सड़कें विभाग के पास उत्तरी जोन में हैं
- 377 किलोमीटर सड़कें पूर्वी जोन में हैं
- 393 किलोमीटर सड़क दक्षिणी जोन में है
- 2518 किलोमीटर कुल नालों की लंबाई पीडब्ल्यूडी के हिस्से में है, क्योंकि सड़क के दोनों तरफ नाले हैं।
- नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में नाले
- नाले चार फीट से ज्यादा गहराई वाले हैं
- नालों की गहराई चार फीट से कम है

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